आशा वर्कर की पांच दिवसीय ट्रेनिंग का आज पांचवा दिन, बैच नंबर 2 की ट्रेनिंग का हुआ आज समापन, स्वास्थ्य खंड चिकित्सा अधिकारी‌ भवारना के सौजन्य से चल रही थी ट्रेनिंग, आशा वर्कर बैच नंबर दो का पांच दिवसीय OEEE ट्रेनिंग का लास्ट दिन

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SANSAR SHARMA

आशा वर्कर की पांच दिवसीय ट्रेनिंग का आज पांचवा दिन बैच नंबर 2 की ट्रेनिंग का हुआ आज समापन
स्वास्थ्य खंड चिकित्सा अधिकारी‌ भवारना के सौजन्य से चल रही थी ट्रेनिंग
आशा वर्कर बैच नंबर दो का पांच दिवसीय OEEE ट्रेनिंग का लास्ट दिन
गायत्री मंत्र से शुरुआत करते हुए फिर प्रार्थना,स्वास्थ्य गीत इसके बाद ग्रुप नंबर 1 के सभी आशा द्वारा प्रस्तुति ओरल देखभाल बारे मॉड्यूल को रिवाइज किया गया तीनों TOTs ने सभी आशा पार्टिसिपेंट्स की प्रस्तुति देखी ब सुनी ।आशा से फीडबैक ली गई उन्होंने बताया कि इस ट्रेनिंग में उन्होंने काफी नई बातें सीखी जो उन्हें पहले पता नहीं थी।बह इस जानकारी को अपने कार्यक्षेत्र तक जरूर पहुंचाएगी।ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग लाभ ले सके।दूसरे ग्रुप ने ईएनटी मॉड्यूल के हिसाब से चार्ट द्वारा प्रस्तुति दी।सभी ने चार्ट अच्छे से समझा कर बताए।तीसरे ग्रुप ने आंखों एवम सामान्य आपातकालीन स्थिति के बारे चार्ट द्वारा प्रस्तुति दी।आज सबकी बयक्तिगत प्रस्तुति थी इसलिए सबने अच्छे तरीके सारे टॉपिक प्रस्तुत किए। इसके बाद पोस्ट टैस्ट हुआ जिसमें पाया गया कि इस पांच दिन की ट्रेनिंग में आशा ने काफी नई बातें सीखी जो उन्हें पहले पता नहीं थी।जैसे कि बच्चों के दांतों का ध्यान शुरुआत से रखना चाहिए,उंगली में सूती कपड़ा लपेटकर धीरे से मसूढे साफ करें,पहला दांत आने पर ही नर्म मुलायम ब्रश से साफ करें,3 से 6 साल के बच्चों को चावल के दाने के बराबर बच्चों बाला पेस्ट देना है, बड़ों को मटर के दाने के आकार का पेस्ट लेना है,दांतों की साफ सफाई ठीक न हो तो दिल का रोग , कैंसर भी हो सकता है,आखों की दवाई सुनिश्चित करें,जितनी बार,जितनी बूंदे Dr. ने बताई है उतनी डालें आखों को पांच मिनट तक बंद रखें,दवाई अपनी मर्जी से एक दूसरे को न दें सिर्फ एक महीने तक ही इस्तेमाल करें,कान में दवाई डालने के बाद 15 मिनट्स तक आराम करें,गले में कुछ फंस जाने पर कैसे देखभाल करनी है,रिकवरी पोजीशन में रखने पर क्या फायदा होता है, सी पी आर कैसे करते हैं,ब्लीडिंग को रोकने के लिए प्रभावित हिस्से को दस मिनट तक दबाकर रखें इत्यादि।


बी,एम,ओ Dr नवीन राणा
व चिकित्सा अधिकारी Dr सुनील त्यागी जी व Dr अरुण राणा जी ‌ने भी आशा से फीडबैक ली और स्वास्थ्य शिक्षिका श्रीमती दया देवी जी ने बहुत अच्छी अच्छी जानकारियां दी जैसे आपातकालीन स्थिति ऐसी स्थिति होती है जो व्यक्ति के लिए कष्टदायक होती है इसीलिए ऐसी स्थिति में तत्काल देखभाल की जरूरत होती है आपातकालीन देखभाल तीन P पर आधारित है सभी आशा ने स्वास्थ्य शिक्षिका श्री मती दया देवी जी व डॉक्टर सुनील त्यागी जी व डॉ नवीन राणा बीएमओ भवारना का धन्यवाद करते हुए कहा कि जो जानकारियां हमें ट्रेनिंग के दौरान प्राप्त हुई वह हमने पहले कभी नहीं सीखी थी आशा ने OEEE सिलेबस से जानकारी देते हुए ग्रुप बाइस लघु नाटक भी प्रस्तुत किए
फिर स्वास्थ्य शिक्षिका श्रीमती दया देवी ने कहा कि असली फीडबैक बही है कि आप अपने कार्य क्षेत्र में सभी लोगों को सब प्रोग्रामों के बारे जानकारी देते रहें ब जितनी आपको जानकारी है बांटे ब अपनी जानकारी को दिन प्रतिदिन बढ़ाते रहे। अंत में स्वास्थ शिक्षिका ने
सभी आशा का धन्यवाद किया कि उन्होंने ट्रेनिंग के सभी पांचों दिनों में अनुशासन बनाए रखा,और OEEE एवम जो भी जानकारी स्वास्थ्य से संबंधित थी अच्छे से ली।

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