शोक समाचार : स्वर कोकिला, “भारत रत्न” लता मंगेशकर हो गईं हम सब से जुदा, उनकी मधुर आवाज़ रहेगी अमर सदा, मेरी आवाज़ ही पहचान है, गर याद रहे….
उनका जाना कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है
स्वर कोकिला, “भारत रत्न” लता मंगेशकर जी के निधन की खबर अत्यंत दुःखद है।
उनका जाना कला जगत के लिए अपूरणीय क्षति है।
बचपन से लेकर अब तक 26 जनवरी और 15 अगस्त का कोई कार्यक्रम ऐसा नहीं देखा जिसमें लता जी की भावुक कर देने वाली आवाज़ में ‘ऐ मेरे वतन के लोगों’ न सुना हो।
कला क्षेत्र में उनका अनुकरणीय योगदान इस जगत से जुड़े समस्त कलाकारों को सदैव प्रेरित करता रहेगा।
ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें व शोकग्रस्त परिजनों एवं प्रशंसकों को संबल प्रदान करें।
ॐ शांति!