लोगों को जीवन सुरक्षा प्रदान करने वाला भारतीय जीवन बीमा निगम गुरुवार को 67वें वर्ष में प्रवेश कर गया। पिछले 66 वर्षो में एलआईसी ने लोगों को सस्ती दरों पर जीवन सुरक्षा प्रदान करने का काम कया है।
यह बात शिमला मंडल कार्यलय में निगम के स्थापना दिवस में झंडा लहराने उपरांत शिमला मंडल की सभी शाखा के अधिकारियों व अभिकर्ताओं को सन्देश देते हुए एसडीएम एलआईसी शिमला यंगजोर ने कही। उन्होंने कहा कि वर्ष 1956 में पांच करोड़ रुपए की परिसंपत्ति का आधार था, लेकिन मौजूदा समय में एलआईसी के पास 37,35,739 करोड़ रुपए के यूएफ फंड के साथ 42,30,616 करोड़ रुपए का परिसपंत्ति आधार है।
उन्होंने कहा कि एलआईसी देश का एक प्रमुख वित्तीय संस्थान है। उन्होंने कहा कि बीमा क्षेत्र को खोलने के दो दशकों के बावजूद कंपनी बाजार में अग्रणी बनी हुई है।
पहले वर्ष प्रीमियम आय 63.25 प्रतिशत और पॉलिसयों की संख्या 74.62 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी रखती है। वर्ष 2021-22 में एलआईसी ने 2.17 करोड़ नई पॉलिसी बेची। 31 मार्च 2022 तक 1.98 लाख करोड़ रुपए की राशि एकत्र करके प्रथम वर्ष प्रीमियम आय के मामले में 7.92 प्रतिशत की वृद्धि की है।
इसके अलावा एलआईसी ने उत्पादकता और पहुंच बढ़ाने के लिए 74 बैंकों के साथ सांझेदारी की है। जोकि निगम का एक प्रभावशाली वितरण चैनल है जो व्यवसाय में गुणात्मक और मात्रात्मक सुधार प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि एलआईसी ने समय के साथ तालमेल बनाकर नई तकनीकों को अपनाकर लोगों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करने का काम किया है।