दुष्प्रचारवाद : गोएबेलिज़्म फेकफ़ैक्ट

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👍👍👍 रात्रि कहानी 👍👍👍

*⬛️दुष्प्रचारवाद : गोएबेलिज़्म फेकफ़ैक्ट !*

_एक मैसेज सोशल मीडिआ में चल रहा है कि अब्राहम लिंकन जब भारत आए थे, तो उनकी माँ ने उनसे हल्दीघाटी की मिट्टी लाने को कहा।_
*पर यह झूठ है :*
क्रेडिबल हिस्ट्री फ़ैक्ट के अनुसार,
अब्राहम लिंकन की माँ नैन्सी हेक्स की मृत्यु 1818 में हो गई थी जब अब्राहम की उम्र मात्र 9 वर्ष की थी।

अब्राहम 1861 में राष्ट्रपति बने और 1865 में मार दिए गए। भारत आने का कोई संयोग नहीं बना उनका।
अब्राहम लिंकन पर किसी भी जानकारी के लिए उनके जीवन और कामों को लेकर बनी आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं – http://www.abrahamlincolnonline.org/index.html
_इसी वेबसाइट पर उनकी और उनके पूरे परिवार की टाइमलाइन यहाँ देख सकते हैं।_
*निष्कर्ष :*
ऐसी झूठी बातों के सहारे महाराणा प्रताप को महान बनाने की कोशिश करना उनका अपमान करना है।
_अपने अदम्य साहस, अभूतपूर्व वीरता और प्रणम्य संघर्ष के कारण वह महान हैं। इतिहास की हर किताब में उनकी वीरता के क़िस्से दर्ज हैं। जिन्होंने स्कूली किताबें भी पढ़ी हैं इतिहास की वह महाराणा की शूरता से परिचित हैं।_
जीत और हार किसी को महान नहीं बनाती, संघर्ष और ईमानदारी महान बनाती है।

भगत सिंह और सुभाष चंद्र बोस भी अपने मक़सद में जीतेजी क़ामयाब नहीं हो सके थे, लेकिन हर भारतीय को उन पर गर्व है।
_झूठे फ़ैक्ट देकर ऐसी कोशिशें करने की कोई आवश्यकता नहीं।_

महाराणा को अपने दुष्प्रचारवाद का हिस्सा न बनाये, फर्जी राष्ट्रवादियों। महाराणा, भारत की अस्मिता के प्रतीक हैं।
_अब्राहम लिंकन द्वारा हल्दीघाटी की मिट्टी उठा लेने से न तो भारत गौरवान्वित होता है और न महाराणा का कद बढ़ता है। बल्कि झुठबोलवा गिरोह का छिछोरापन ही निर्लज्जता से उभर कर सामने आता है।_

राम राम जी
अश्विनी त्रेहन ।

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