साहब ! केस नहीं करना, मुझे मेरा पति मारे पिटे नहीं बस मैं इतना चाहती हूं”, मानवाधिकार महासंघ ने फिर से जोड़ा एक टूटता परिवार
“”साहब ! केस नहीं करना, मुझे मेरा पति मारे पिटे नहीं बस मैं इतना चाहती हूं”
मानवाधिकार महासंघ ने फिर से जोड़ा एक टूटता परिवार
एक और मामला कोर्ट जाने से रुका,निपटारे से दोनों पक्ष हुए संतुष्ट
कुल्लू : मुनीष कौंडल
अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार महासंघ की हिमाचल इकाई ने एक और गृह क्लेश का मामला शांति से निपटा कर परिवार को कोर्ट कचहरी के चक्कर काटने से बचा लिया। शुक्रवार को जिला कुल्लू के महिला थाना में मानवाधिकार महासंघ की टीम एवं पुलिस की संयुक्त रूप से हुई काउंसलिंग में एक टूटता हुआ परिवार फिर से जुड़ गया तथा मामले का मौके पर निपटारा करके दंपत्ति को हंसी-खुशी घर भेज दिया गया।
मानवाधिकार महासंघ की अंतर्राष्ट्रीय निदेशक नीलम ठाकुर ने बताया कि 27 अप्रैल 2023 को महासंघ के पास समस्या का निदान करने हेतु लिखित रूप में यह मामला आया था जिस पर तुरंत कार्यवाही करके महासंघ एवं महिला थाना टीम के संयुक्त प्रयास से अगले ही दिन 28 अप्रैल को मामले को सुलझा लिया गया। नीलम ठाकुर ने बताया कि कुल्लू की लता देवी (काल्पनिक नाम) की शादी बाली चौकी के निवासी नीरज कुमार (काल्पनिक नाम) के साथ वर्ष 2018 में हुई थी लेकिन शादी के एक वर्ष बाद ही पति नीरज कुमार ने छोटी-छोटी बातों को लेकर लता देवी से मारपीट करना शुरू कर दिया जिसको लता देवी आज दिन तक सहती रही। लेकिन जब हद हो गई तो लता देवी ने मानवाधिकार महासंघ की निदेशक नीलम ठाकुर से अपनी आपबीती सुनाई और लिखित रूप से उन्हें शिकायत दी। इस पर तुरंत संज्ञान लेते हुए उन्होंने महिला थाना अध्यक्ष पवन गुप्ता के ध्यान में यह मामला लाया तो पुलिस ने दोनों पक्षों को महिला थाना कुल्लू बुलाया क्योंकि दंपति मौजूदा समय में कुल्लू ही रहता है।
पुलिस द्वारा नीरज कुमार को समझाया गया लेकिन वह फिर भी अपनी गलती ना मानते हुए पुलिस के सामने ही अपनी पत्नी लता देवी से उलझ गया। पुलिस अपनी कानूनी कार्यवाही करने जुट गई जिस पर पीड़िता लता देवी ने पुलिस से बार-बार आग्रह किया कि वह कोई केस नहीं करना चाहती न ही कोर्ट कचहरी नहीं जाना चाहती है क्योंकि इसमें बहुत समय लगता है। इसलिए वह पुलिस से इस मामले को आज ही सुलझाने की गुहार लगाती रही। लता देवी का कहना था कि मेरा पति मुझसे मारपीट ना करें बस वह सिर्फ इतना ही चाहती है। जब बात बिगड़ने लगी व दोनों में सहमति न बनने के साथ मामला दर्ज होते देख महासंघ की निदेशक नीलम ठाकुर ने अपनी टीम को महिला थाना बुला लिया। जिस पर पुलिस व मानवाधिकार की टीम ने संयुक्त रूप से दोनों पक्षों की काउंसलिंग की। टीम ने बारीकी से दोनों पक्षों की बात सुनने के बाद उन्हें प्यार से समझाया व कानून के बारे में जागरूक किया। इसके बाद महिला के पति नवीन कुमार ने अपनी गलती मान कर लिखित बयान दिया कि वह भविष्य में कभी भी अपनी पत्नी के साथ मारपीट नहीं करेगा। लिखित कार्यवाही के बाद नीरज कुमार और लता देवी अपने 9 वर्षीय बेटी व 6 वर्षीय बेटे के साथ खुशी-खुशी घर चले गए व इस तरह के एक और परिवार टूटने से बच गया।
नीलम ठाकुर ने इसके लिए सहयोग करने के लिए एसएचओ पवन गुप्ता सहित महिला पुलिस थाना कुल्लू की पूरी टीम का आभार व्यक्त किया है। इस मौके पर दोनों पक्षों के परिजन, मानवाधिकार महासंघ के राज्य उपाध्यक्ष पवन देवगन ठाकुर, महासचिव वीरेंद्र ठाकुर, मंडी जिला प्रधान रविंद्र शर्मा व कोषाध्यक्ष रोहित कौशल इत्यादि गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
निदेशक मानव अधिकार महासंघ,, 8219260350