मण्जुषा सहायता केन्द्र कलोल के आठवें स्थापना दिवस समारोह का आयोजन केन्द्र के प्रांगण कलोल में आठ अप्रैल 23 को किया गया।
इस अवसर पर प्रोफैसर जय देव,डीन टेक्निकल यूनिवर्सिटी हमीरपुर ने मुख्य अतिथि के रुप में शिरकत की। श्रीमती कुसुम लता शर्मा, प्रधान डुडियां पंचायत ने समारोह की अध्यक्षता की। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्जवलित करके किया। तत्पश्चात मुख्य अतिथि एवं समारोह की अध्यक्षा को केन्द्र के अध्यक्ष कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल,वी,एस,एम द्वारा सम्मानित किया गया।
उसके पश्चात श्रीमती ममता चन्देल,मंच संचालिका ने केन्द्र द्वारा किए जा रहे समाज सेवा के कामों बारे उपस्थित जनसमूह को सूचित किया। केन्द्र ने हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी स्मारिका बनाई है जिसका विमोचन मुख्य अतिथि द्वारा किया गया।तत्पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा लाभार्थियों को लगभग नब्बे हजार रूपए के चैक वितरित किए। लाभार्थियों में तीन विधवाएं, चार कालेज विद्यार्थी, तीन बीमार तथा तीन वे व्यक्ति थे जिन्हें मण्जुषा सहायता केन्द्र एक हजार रुपए की मासिक पेंशन प्रदान करता है।इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि मण्जुषा सहायता केन्द्र पिछ्ले आठ वर्ष से समाज के हर उस इन्सान की मदद कर रहा है जिसे किसी किस्म की मदद की आवश्यकता है।
इस अवसर पर जिला बिलासपुर ही नहीं बल्कि जिला कांगड़ा,जिला हमीरपुर,जिला मंडी एवं ऊना से भारी तादाद में लोग इस समारोह में अपनी हाजरी सुनिश्चित करने पहुंचे थे।
विशेष तौर पर बड़ी संख्या में पूर्व सैनिकों को इस समारोह में बढ़ चढ़ कर भाग लेते देखा गया। इनमें ब्रिगेडियर जगदीश सिंह वर्मा, कर्नल कमल चन्देल,कर्नल जयदेव, कर्नल नड्डा कर्नल चौहान, कर्नल नीरज राणा,मेजर लेखराम शर्मा उपस्थित थे।जिला मंडी से और जिला हमीरपुर से कैप्टन चेतराम शर्मा की अगवाई में लगभग बीस पूर्व सैनिक आए थे। इसके अलावा जिला बिलासपुर के साहित्यकारों ने इस अवसर पर कविता पाठ कर उपस्थित जनसमूह का मनोरंजन किया। समारोह की अध्यक्षा के संबोधन के बाद कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल ने जन समुह से केन्द्र द्वारा किए गए परमार्थ के कामों की विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि केंद्र के तैंतीस कार्य करता जो अवैतनिक हैं जिला बिलासपुर के अलग अलग इलाको में काम कर रहे हैं और जरुरत मंद इन्सानों को चिन्हित कर केन्द्र को सूचित कर रहे हैं। केन्द्र अपनी सामर्थ्य के मुताबिक हर उस इन्सान की मदद करता है जिसे मदद की आवश्यकता होती है। उन्होंने कहा कि केंद्र न तो सरकार से और न ही किसी एन आर आई से किसी किस्म का अनुदान लेता है।यह हमारी पारिवारिक संस्था है और परिवार का हर सदस्य अपनी प्यारी बेटी,बहन स्वर्ग वासी मण्जुषा के नाम को अमर बनाने के लिए हर महिने अपना सहयोग और अनुदान देता है।यह जरुर है कि कुछ मण्जुषा को चाहने वाले इस केन्द्र को गाहे बगाहे अपना अनुदान देते हैं जिन्हे वाकायदा रसीद दी जाती है। केन्द्र के आए व्याय का हर तिमाही के बाद आडिट होता है।
यह समारोह दोपहर के भोजन खाने के पश्चात समाप्त हुआ।