मंजूषा सहायता केंद्र ने कायम की मानवता की मिसाल

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Col. Jaswant Singh Chandel

Vill kalol, Bilaspur,

Mob.. 9418425568

आठ वर्ष दिल की बीमारी से जूझता रहा

नमस्कार दोस्तो, यह फ़ोटो श्रीमती सुनीता कुमारी का है। यह महिला स्व होशियार सिंह, गांव व डाकघर डंगार जिला बिलासपुर हिमाचल प्रदेश की विधवा है।

होशियार सिंह लगभग आठ वर्ष दिल की बीमारी से जूझता रहा और स्वर्ग सिधार गए।

श्रीमती सुनीता कुमारी पार्किनसन्स बीमारी से पीड़ित है और इसका इलाज IGMC शिमला से हो रहा है।इसका एक बेटा है जो ग्यारहवीं कक्षा में पढ़ता है।इनके घर से स्कूल पांच किलोमीटर है और यह बालक हर रोज़ बीस रुपय बस के किराए के लिए खर्च करता है।

श्रीमती सुनीता कुमारी ग्रामिक बैंक डंगार में ध्याड़ीदार है।इसे पांच हज़ार रुपए प्रति माह पंगार मिलती है।इसकी तहकीकात श्री प्रीतम सिंह पटियाल ने की है जो मण्जुषा सहायता केन्द्र कलोल के पदाधिकारी हैं।

मण्जुषा सहायता केन्द्र कलोल ने इस महिला को पांच सौ रुपए की मासिक पेंशन लगा दी है।

इसके बेटे मास्टर साहिल की पढ़ाई का खर्चा भी केन्द्र ही सहन करेगा।

आज श्रीमती सुनीता कुमारी को चैक नंबर 000191 द्वारा दस हजार रुपए की सहायता केन्द्र ने प्रदान की।

आप अगर इस महिला और बालक की मदद करना चाहते हैं तो मण्जुषा सहायता केन्द्र कलोल से संपर्क साध सकते हैं।

20 साल की छोटी सी उम्र में कह गई अलविदा

मण्जुषा सहायता केन्द्र कलोल ने एक बालिका मनीषा गांव धार, सुन्दर नगर को पिछले दो वर्षों से अपनी सामर्थ्य मुताबिक सहायता प्रदान की।

इस बालिका के दिल में छेद था जिसका इलाज आई जी एम सी शिमला से चल रहा था।

यह बालिका पढ़ी लिखी और खुशमिजाज किस्म कि मालकिन थी। इसके पिता दिमागी तौर पर बीमार रहते हैं और माता लोगों के घरों में काम कर गुजारा करती हैं।

मनीषा के मामा जी इनकी यथासंभव मदद करते रहते हैं।
मनीषा अपनी इस छोटी सी बीस वर्ष की उमर में अपनी बीमारी से लड़ती रही क्योंकि दिल मे छेद बचपन से ही था।
मण्जुषा सहायता केन्द्र का हर सदस्य इस बालिका को कुशल देखना चाहता था मगर यह बेटी 20 दिसम्बर के दिन स्वर्ग सिधार गई। केन्द्र ईश्वर से प्रार्थना करता है कि मनिषा बेटी की आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें।
कर्नल जसवन्त सिंह चन्देल
अध्यक्ष

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