MARANDA में चारों ओर फैला चोरों और डकैतों का साम्राज्य
पिछले लगभग तीन चार महीने से पालमपुर के साथ लगते गांव यानी पालमपुर के स्वागत द्वार मांडा में चारों ओर चोरों और डकैतों का साम्राज्य फैल चुका है पहले डकैतों ने यहां एक महिला का ₹80000 लूट लिया दूसरे मामले में एक वृद्ध रिटायर्ड व्यक्ति जोकि चौकी खलेट से पंजाब नेशनल मारंडा में पैसे जमा करवाने के लिए आ रहा था उस के भी ₹100000 डकैतों ने ने साफ कर दिए
इस बात का ध्यान उसे तब आया जब वह बैंक में पहुंचकर पैसे जमा करवाने के लिए अपने बैग में से ₹100000 निकालने लगा इसके अतिरिक्त कई दुकानों के शटर भी टूट चुके हैं कई वाहनों के टायर चोरी हो चुके हैं लेकिन एक भी मामले में पुलिस ना तो किसी चोर को पकड़ पाई है और ना ही किसी डकैत की पहचान कर पाई है जबकि स्थानीय लोगों का मानना है कि मारंडा के आसपास के जंगलों में झुग्गी झोपड़ियों वाले जो लोग हैं उन्हीं में से चोर और डकैत पनप रहे हैं। हालांकि पुलिस को इस बात का संज्ञान है लेकिन ना जाने किन कारणों की वजह से ना तो पुलिस और ना ही प्रशासन इस दिशा में कोई ठोस कदम उठाकर चोर और डकैतों को पकड़ने का प्रयास कर रहा है।
लोगों के मन में इतना अधिकतर गहरा गया है कि वह बैंक में जमा करवाने के लिए पैसे ले जाने में भी डरने लगे हैं।
किसी को कोई पता नहीं कौन उनके हाथ से कब कोई कीमती सामान लूट कर भाग जाए। स्थानीय प्रशासन व पुलिस के ढुलमुल रवैया और नकारात्मक सोच की वजह से असामाजिक तत्वों के हौसले दिनोंदिन बुलंद होते जा रहे हैं ।
उनके मन में पुलिस का कोई खौफ नजर नहीं आ रहा है। शायद उन्हें यही लगता है कि पुलिस अगर पहले के ₹180000 के नोट बरामद नहीं कर पाई तो अब भी क्या कर लेगी
लोगों ने मांग की है कि स्थानीय बाजार में पुलिस की गश्त लगाई जाए ताकि चोरों को धरा जा सके।
इस समय लोग अपनी जान माल को पूरी तरह सुरक्षित अनुभव कर रहे हैं ।
लोगों को हैरानी है कि इतने अधिक पुलिस फोर्स होने के बावजूद भी वह चोरों और डकैतों का कोई सुराग नहीं लगा पा रही है जो कि शर्मनाक बात है।
लोगों ने मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से भी अपील की है की दौड़ती हुई चोरियों को रोकने के लिए पुलिस प्रशासन को सतर्क और चुस्त-दुरुस्त बनाया जाए।