होकर मायूस न यूँ, शाम की तरह ढलते रहिये

होकर मायूस न यूँ, शाम की तरह ढलते रहिये

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  • *🙏 ॐ श्री सूर्य देवाय नमः जी 🙏*

*होकर मायूस न यूँ*
*शाम की तरह ढलते रहिये..!*

*जिंदगी एक भोर है*
*सूरज की तरह निकलते रहिये..!*

*ठहरोगे एक पाँव पर तो थक जाओगे*
*धीरे धीरे ही सही मगर*
*लक्ष्य की ओर चलते रहिये..!*

*”हँसते रहिये हँसाते रहिये”*

*🙏 शुभ प्रभात, शुभ रविवार 🙏*

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