Mission Against Corruption चीफ़ राजेश सूर्यवंशी ने नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू को दीं शुभकामनाएं, पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त सरकार की जताई आशा, इक आग का दरिया है और डूब के जाना है

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हिमाचल के नवनिर्वाचित विधायकों में 10वीं- 12वीं पास,

63 करोड़पति,

28 पर क्रिमिनल केस

Munish Koundal, Chief Editor
MUNISH KOUNDAL
CHIEF EDITOR
Gopal Sharma
VARUN SHARMA

Mission Against Corruption चीफ़ राजेश सूर्यवंशी ने नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुखू को भेजे शुभकामना संदेश में आशा व्यक्त की है कि सुखु सरकार प्रदेशवासियों को पारदर्शी और भ्रष्टाचारमुक्त सरकार देने की दिशा में कदम बढ़ाएगी।

उन्होंने मिशन अगेंस्ट करप्शन के श्री मुनीष कौंडल, श्री गोपाल सिंह राजपूत, श्री राकेश अवस्थी, श्री वरुण शर्मा समेत समस्त पदाधिकारियों और सदस्यों की ओर से आशा जताई है कि राजनीति में जिस तरह से कुछ क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले विधायकों की घुसपैठ हुई है ऐसी स्थिति में हालात ऐसे हैं कि इक आग का दरिया है और डूब के जाना है।

हिमाचल प्रदेश में नवनिर्वाचित विधायकों से जुड़े जो रोचक तथ्य सामने आए हैं वे इस प्रकार हैं….

#ADR की रिपोर्ट के मुताबिक #हिमाचल प्रदेश में इस बार 68 नवनिर्वाचित विधायकों में से 16 विधायक महज 10वीं और 12वीं पास हैं।

हिमाचल प्रदेश में नवनिर्वाचित विधायकों से जुड़े कुछ रोचक तथ्य सामने आए हैं।

हिमाचल प्रदेश में इस बार 68 नवनिर्वाचित विधायकों में से 16 विधायक महज 10वीं और 12वीं पास हैं। वहीं 52 विधायकों की शैक्षणिक योग्यता स्नातक और इससे ऊपर है।

नौ विधायक 10वीं जबकि सात विधायक 12वीं पास हैं।

16 विधायक स्नातक, 19 विधायक स्नातकोत्तर, 15 विधायक स्नातकप्रोफेशनल और 02 डॉक्टरेट हैं।

एसोसिएशन ऑफ डेमोक्रेटिक रिफॉर्म (एडीआर) ने चुनाव नतीजों के बाद उक्त आंकड़े जारी किए हैं। एडीआर रिपोर्ट के मुताबिक कई पर क्रिमिनल केस भी चल रहे हैं।

करोड़पति विधायकों की संख्या बढ़ी इस बार करोड़पति विधायकों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है।

इस बार चुने गए 63 विधायक करोडपति हैं। साल 2017 में करोड़पति विधायकों की संख्या 52 यानि 76 प्रतिशत थी।

यह संख्या 2022 में बढ़कर 63 यानी 93 फीसद हो गई है। कांग्रेस के 40 में से 38 और भाजपा के 25 में से 22 करोड़पति विधायक है। तीन निर्दलीय विधायक भी करोड़पति हैं।

भाजपा विधायक बलबीर वर्मा सबसे अमीर विधायक

नवनिर्वाचित विधायकों में 34 यानी 50 फीसदी की संपत्ति पांच करोड़ से अधिक है जबकि 23 की दो करोड़ से पांच करोड़ के बीच है। वहीं 9 विधायकों की 50 लाख से दो करोड़ के बीच जबकि दो की 50 लाख से कम है।

चौपाल से भाजपा विधायक बलबीर वर्मा के पास सर्वाधिक 128 करोड़ की संपति है।

दूसरे नंबर पर कांग्रेस के विक्रमादित्य सिंह हैं, जो 101 करोड़ की संपति के मालिक हैं। आनी से भाजपा के लोकेंद्र कुमार की सबसे कम संपत्ति 29 लाख है ।

28 विधायकों पर क्रिमिनल केस यही नहीं 28 विधायकों पर आपराधिक और 12 पर गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। कांग्रेस के 40 विधायकों में से 23 माननीयों पर तो भाजपा के 25 में से 05 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

एक विधायक पर हत्या का मामला दर्ज है। कांग्रेस के 09 और भाजपा के 03 विधायकों पर गंभीर आपराधिक मामले हैं।

वर्ष 2017 की विधानसभा में 22 विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज थे। इस बार यह आंकड़ा 28 पर पहुंच गया है।

29 विधायक 25 से 50 साल के बीच उम्र की बात करें तो 68 में से 29 नवनिर्वाचित विधायक 25 से 50 साल के बीच की उम्रवर्ग के हैं। यही नहीं 38 विजेता प्रत्याशी 51 से 80 साल के बीच के हैं।

महिला प्रतिनिधित्व की बात करें तो इस बार 70 में से केवल एक महिला विधायक बनी हैं। वर्ष 2017 में महिला विधायकों की संख्या चार थी। ऐसी स्थिति में महिलाओं का खास ध्यान रखना होगा।

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