बेटी की दोनों किडनियां फेल, पिता ने पूर्व विधायक के माध्यम से मुख्यमन्त्री व केन्द्रीय स्वास्थ्य मन्त्री से लगाई इस तरह गुहार 

0

बेटी की दोनों किडनियां फेल, पिता ने पूर्व विधायक के माध्यम से मुख्यमन्त्री व केन्द्रीय स्वास्थ्य मन्त्री से लगाई इस तरह गुहार 

Er. VARUN SHARMA, BUREAU CHIEF, PALAMPUR, Mob : 9817 999992

पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के अन्तर्गत ग्रांम पंचायत डाढ के निवासी श्री राजेन्द्र चौधरी की 25 वर्षिया बेटी कुमारी विशांखा चौधरी के सिर्फ सिर दर्द व रक्त चाप के बढने से दोनों किडनियां फेल हो गई हैं। समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के प्रतिनिधियों ने डाढ में विशांखा चौधरी के घर पहुँच कर उसका कुशलक्षेम पूछा ।

विशांखा चौधरी ने इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार को बताया कि सर्वप्रथम सिर दर्द के कारण शायद ब्लड प्रेशर बड़ गया फिर आँखों के अस्पताल में नज़र टेस्ट करवाई तोउ न्होंने टेस्ट करवाने लिख दिये जव रिपोर्ट आई तो किडनी की गम्भीर समस्या निकल आई ।

अव सप्ताह में दो बार डायलिसिस हो रहा है। विशांखा ने बताया कि माता- पिता दोनों ही अपनी अपनी किडनी देकर किडनी ट्रांस्पलांट करवाना चाहते थे । जिसकी कि एक लम्बी प्रक्रिया टाण्डा मेडिकल कॉलेज में चली । पिता जी को सुगर होने के कारण प्रक्रिया से बाहर हो गये । जबकि माता जी के किडनी टेस्ट मैच कर गये ।

इस तरह टाण्डा होस्पीटल में किडनी ट्रांसप्लेंट की शल्य चिकित्सा अन्तिम स्टेज पर पहुँची तो एकाएक शायद मानसिक तनाव के चलते माता जी की सुगर रिपोर्ट भी पोजीटिव आ गई । विशांखा की माता ने रुंधे गले से बड़े भावुक होकर कहा बार बार होस्पीटल के चक्कर व टैस्टों की एक लम्बी प्रक्रिया के बाद इस तरह की आई रिपोर्ट से उन्‍हें बहुत बड़ी निराशा मिली ।

विशांखा के पिता राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि अव हमें गाइड किया गया कि एक चारा है आप पी जी चण्डीगढ़ में गुर्दा प्रत्यारोपण का पंजीकरण करवाओ । वहाँ कईयों ने अपनी देह के अंग दान के लिए लिख कर दिया होता है। ऐसे किडनी मैचिंग के बहुत आप्रेशन होते हैं।

राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि इस तरह वहाँ भी एक लम्बी प्रक्रिया के तहत वह एक सप्ताह पी जी आई चण्डीगढ़ में लगाकर बेटी का पंजीकरण करके आये हैं । राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि उनकी दो बेटियाँ हैं । खुद मेहनत मजदूरी करते हैं। विशांखा को स्नातक तक पढ़ाया व कम्प्यूटर कोर्स करवाया है। ताकि अपने पैरों पर स्वयं खड़ी हो जाए । बड़ी बेटी की शादी कर दी है।

क ई बार पंचायत के ध्यानार्थ लाया गया कि घर के यह दयनीय हालात है। कम से कम वी पी एल में तो शामिल कर‌ लो जिससे मंहगे उपचार एवं दवाइयों के खर्चे में कुछ राहत मिल सके । अन्ततोगत्वा राजेन्द्र चौधरी ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमन्त्री श्री सुखविन्दर सिंह सुक्खू जी के ध्यानार्थ लाना चाहा है कि सर्वप्रथम जय राम सरकार की सबसे लोकप्रिय हिम केयर कार्ड योजना को बिना राजनैतिक द्वेष के अविलम्ब सभी होस्पीटलों में लागू करने की कृपा की जाए ।

इसी के साथ भले ही तीन वर्ष के बजाय सालाना प्रीमियम दर बढाकर खासकर किडनी , कैंसर व ओपन हार्ट सर्जरी जैसे आपरेशन बहुत मंहगे है इनके उपचार के लिए पांच लाख रुपये की राशि बहुत कम है। इस राशि को बढाया जाए ‌। इसी के साथ राजेन्द्र चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष , भारत सरकार में केन्द्रीय स्वास्थ मन्त्री एवं हिमाचल प्रदेश के सपूत श्री जगत प्रकाश नडडा जी से आग्रह किया है कि मरणोपरांत देह दान करने वाले दानियों के अंगो को सुरक्षित रखने के लिए पी जी आई की तरह टाण्डा में भी व्यवस्था स्थापित की जाएं ।

कैप्सन:- विशांखा चौधरी का कुशलक्षेम पूछते हुए पूर्व विधायक प्रवीन कुमार साथ में विशांखा के माता पिता व इन्साफ संस्था के उपाध्यक्ष चौधरी चुनी लाल , सचिव धीरज ठाकुर ।

Leave A Reply

Your email address will not be published.