समग्र मनरेगा के तहत प्रत्येक पंचायत में आरंभ होंगे खेती-बागवानी के कार्यः डीसी

समग्र मनरेगा के तहत प्रत्येक पंचायत में आरंभ होंगे खेती-बागवानी के कार्यः डीसी

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समग्र मनरेगा के तहत प्रत्येक पंचायत में आरंभ होंगे खेती-बागवानी के कार्यः डीसी

ऊना

Mahesh Gautam
District bureau chief

जिला में मनरेगा के तहत 2.40 करोड़ जॉबकार्ड धारकों के खाते में जमा किए
ऊना 2 जून: चालू वित्त वर्ष के दौरान अब तक 2 करोड़ 40 लाख रूपये की राशि मनरेगा के तहत जॉबकार्ड धारकों को दिहाड़ी के रूप में उनके बैंक खातों में जमा करवाई गई है। यह जानकारी आज उपायुक्त ऊना राघव शर्मा ने डीआरडीए सभागार में आयोजित जिला अधिकारियों की बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी।


डीसी ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत जिला ऊना में इस वर्ष लगभग 4800 कार्य धरातल पर शुरू किए गए हैं, जिससे जिला ऊना के 7000 परिवार जुड़े हुए हैं। चालू वित्त वर्ष के दौरान अब तक 2 करोड़ 40 लाख रूपये की राशि मनरेगा के तहत लोगों को दिहाड़ी के रूप में उनके बैंक खातों में जमा करवाई गई है। जिला प्रशासन का प्रयास है कि मनरेगा में निजी कार्य जैसे पौधारोपण, खेती व बागवानी, वर्षा जल संग्रहण, शौचालय, भूमि सुधार आदि व्यक्तिगत कार्य सभी परिवारों को मिलें, जिसके लिए मनरेगा समग्र के नाम से एक योजना जिला प्रशासन द्वारा बनाई गई है। जिसके अन्तर्गत सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि प्रत्येक पंचायत में खेती और बागवानी से संबंधित कम से कम 30 कार्य आरंभ किए जाएं तथा पूरी सक्रियता के साथ हितधारक तक पहुंच कर उन्हें इन कार्यों का लाभ सुनिश्चित बनाया जाए ताकि प्रत्येक खेती व बागवानी से जुड़ा प्रत्येक व्यक्ति विशेषकर कोविड महामारी में प्रभावित व्यक्ति को इसका लाभ मिल सके।
राघव शर्मा ने खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए कि ठोस कूड़ा कचरा प्रबन्धन प्लांट व पंचवटी योजना से संबंधित भू-स्थानांतरण के मामलों को एसडीएम से समन्वय स्थापित कर शीघ्र निपटाएं। इसके अलावा स्वयं सहायता समूहों से आने वाले उत्पादों की पैकेजिंग में सुधार कर आकर्षक बनाया जाए। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे नियमित रूप से फील्ड का दौरा कर सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति तक पहुंच सके।
पारंपरिक तालाबों के सुधार पर तैयार पीपीटी प्रदर्शित
इस अवसर पर जिला मत्स्य अधिकारी विवेक शर्मा ने जिला के विभिन्न पारंपरिक तलाबों का सुधारीकरण करके जल संग्रहण और उसके उपरांत मत्स्य पालन के रूप में विकसित करने की संभावनाओं पर तैयार एक पीपीटी प्रैजेंटेशन प्रस्तुत की। जिस पर उपायुक्त ने कहा कि खंड विकास अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर पंचायत स्तर पर लोगों को मत्स्य उद्योग के प्रति प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये।
बैठक में एडीसी डॉ. अमित कुमार शर्मा, पीओ डीआरडीए संजीव ठाकुर सहित सभी खंड विकास अधिकारियों ने भाग लिया।

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