मोदी लहर का फिर दिखने लगा है असर, राजनीतिक दलों, विश्लेषकों के गड़बड़ा जाएंगे समीकरण

मुखर होती मोदी लहर एक बार फिर ढहा सकती है कई मज़बूत किले

0

INDIA REPORTER TODAY

 

देश में जहां-जहां पार्टी चुनाव चिन्हों पर चुनाव हो रहे हैं वहां-वहां मोदी लहर अपना जादू दिखाती नज़र आ रही है। यानि अगर यह कहें कि इन चुनावों में भी मोदी लहर मतदाताओं के सिर चढ़ कर बोलेगी तो इसमें तनिक भी अतिश्योक्ति नज़र नहीं आती।

मात्र कुछ नेता लोग, उम्मीदवार अपने अच्छे रसूख़ की वजह से, अपने विकास कार्यों व बेहतर पहचान की वजह से कुछ सीटों पर अपनी जीत दर्ज करवा सकते हैं अन्यथा बाकी सब जगह मोदी का डंका बजता दिखाई दे रहा है।

आम जनता के अनुसार उम्मीदवारों और छुटभैये नेताओं कीअपनी निजी पहचान, उनका अपना दबदबा, उनकी व्यक्तिगत मौजूदगी इन चुनावों पर अपना असर दिखाती नहीं दिख रही, उनके होने या न होने का कोई औचित्य नज़र नहीं आ रहा, फिर से मोदी नाम की हवा चलती नज़र आ रही है।

HR Media Group के ताज़ा सर्वे के अनुसार देश और प्रदेश में लोग जिस तरह मोदी के नाम की माला जप रहे हैं उससे मोदी नाम की आंधी स्पष्ट झलक रही है। चुनावी रैलियों में जिस तादाद में लोग अपनी मौजूदगी दर्ज कर के उत्साहित नज़र आ रहे हैं, उससे मोदी लहर के प्रचण्ड रूप धारण करने की प्रबल संभावनाएं बनती दिखाई दे रही हैं।

अगर पश्चिमी बंगाल की बात करें तो वहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने नाम की गहरी छाप छोड़ चुके हैं। अपना जादू चला चुके हैं। मोदी नाम की आंधी ममता बैनर्जी के मज़बूत किले को ध्वस्त करती नज़र आ रही है। ऐसा लगता है कि कुछ ज़मीन से जुड़े और लोगों के दिल की गहराइयों में समाय कुछ नेता ही अपनी सीटें बचा पाएंगे, बाकी सब मोदी मोदी ही लगता है।

बंगाल में जिस हद तक लोगों का चुनावों के प्रति आकर्षण नज़र आ रहा है, उनमें जो उत्साह है, वे जिस रुचि से मोदी की एक-एक बात को सुन रहे हैं, सब काम छोड़ कर, कोरोना से डरे बिना मोदी को सुनने आ रहे हैं, इन सब से जो संकेत मिल रहे हैं वे क्या इशारा कर रहे हैं, इसका अंदाज़ा आप सहज ही लगा सकते हैं।

कुछ भी हो, लेकिन यह बात सच है कि इन चुनावों में आज भी मोदी-अमित शाह की जोड़ी तूफान मचा रही है और विपक्षी खेमे की नींद और चैन गायब हो चुका है।

अंत में यही कहना उचित लगता है कि वर्तमान चुनाव भाजपा, कांग्रेस या किसी अन्य दल के नाम पर न होकर मात्र मोदी नाम तक ही सिमट कर रह चुके हैं। मोदी लहर प्रचण्ड रूप धारण करती जा रही है।

अब देखते हैं ऊंट किस करवट बैठता है।

 

Leave A Reply

Your email address will not be published.