अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा नेशनल हाइवे, विभाग सोया कुम्भकर्णी नींद
PATHANKOT-MANDI NATIONAL HIGHWAY AT PAROUR
पालमपुर से 12 किलोमीटर दूर परौर में रेलवे ओवरब्रिज के पास पठानकोट – मंडी नेशनल हाइवे अपनी दयनीय हालत पर आंसू बहा रहा है लेकिन विभाग के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही।
उल्लेखनीय है कि अभी कुछ समय पहले ही यहां सड़क को चौड़ा करके मेटलिंग का कार्य किया गया था। उस समय भी विभागीय लापरवाही के चलते कई दिनों तक लोगों को दो-दो किलोमीटर लंबे जाम का सामना करना पड़ा था।
हैरानी की बात है कि अभी बारिशें शुरू भी नहीं हुईं थीं कि मेटलिंग के कुछ दिन बाद ही सड़क उखड़ना शुरू हो गई और सड़क में गड्ढ़े पड़ना शुरू हो गए। उस समय यदि हालात पर काबू पा लिया जाता तो बेहतर था। लेकिन किसी ने इसकी सुध नहीं ली और सड़क लगातार टूटती चली गई। आज यहां गहरे गड्ढ़े पड़ चुके हैं।
विभागीय लापरवाही के कारण ट्रैफिक जाम लग रहा है जिससे लोगों को बारिश में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
खास कर दुपहिया वाहनों के लिए तो यह सड़क मौत का कुआं साबित हो रही है। रोजाना के दुर्घटनाएं हो रही हैं।
हर रोज़ VIP लोग यहां से अपने वाहनों में गुज़रते हैं लेकिन किसी को जनता की परवाह नहीं है।
विभाग और विभागीय अधिकारी आंख मूंदे किसी बड़ी दुर्घटना की प्रतीक्षा करते प्रतीत होते हैं।
लोगों का मानना है कि सड़क के इस पैच के नवनिर्माण में विभाग अथवा ठेकेदार द्वारा भारी लापरवाही बरती गई है जिसके परिणामस्वरूप सड़क बनने के कुछ समय बाद ही दम तोड़ने लगी जिसका खामियाजा आज मासूम लोग भुगत रहे हैं।
सड़क के किनारे लगे मिट्टी के ढेर आज भी इसी प्रतीक्षा में हैं कि विभाग उन्हें उठवा कर सड़क को साफ करवाएगा।
लोगों ने मांग की है कि मामले की गहराई से जांच की जाए ताकि दूध का दूध और पानी जा पानी हो सके। दोषियों के खिलाफ कानूनन कार्यवाही हो और जनता की परेशानियों को दूर करने हेतु कारगर कदम तत्काल उठाए जाएं।