रोटरी आई हॉस्पिटल के सामने नेशनल हाईवे की दोबारा पैमाईश करवाने की उठी पुरज़ोर मांग, कार्रवाई न होने पर रेवेन्यू विभाग के कुछ कर्मचारियों और अधिकारियों की कथित मिलीभगत के ख़िलाफ़ मुख्यमंत्री से मिलने के मूड में है लोग
राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारी व अधिकारी मारंडा में पैमाईश के दौरान कर रहे लीपापोती
इंडिया रिपोर्टर टुडे/पालमपुर
NHAI और रेवेनुए विभाग के कुछ कर्मचारी असलियत पर पर्दा डालते हुए मनमाने तरीक़े से सड़क की पैमाईश कर रहे हैं। ऐसा स्थानीय लोगों का कहना है।
जानकारी के मुताबिक अक्टूबर माह के शुरुआती दिनों में तोड़फोड़ की कार्यवाही चरम पर पहुंच सकती है और अस्थायी रूप से बने खोखों पर NHAI और राजस्व विभाग की गाज गिर सकती है।
पुराने राजस्व रिकॉर्ड के जानकार एक स्थानीय प्रबुद्ध सीनियर सिटीजन ने बताया कि रेवेन्यू विभाग के कथित भाई-भतीजा वाद व मिलीभगत के चलते जनता में भारी रोष है।
लोगों का कथित आरोप है कि रोटरी आई हॉस्पिटल के सामने की सड़क की नपाई में भारी अनियमितताएं व भाई भतीजावाद बरते जाने के सीधे आरोप विभाग पर लग रहे हैं। एक आम आदमी भी देख कर आसानी से बता सकता है कि इस मार्केट के सामने की नेशनल हाईवे की पैमाईश में अतिक्रमणकारी को बचाने और लीपापोती करने की सरेआम कोशिश की गई है। क्योंकि थोड़ी-थोड़ी देर बाद ही पैमाईश के लाल निशानों को बदला गया है, लोगों की इच्छा अनुसार आगे-पीछे किया गया है जिससे साफ जाहिर होता है कि विभाग वास्तविक अतिक्रमण कारियों को अनुचित लाभ देकर बेकसूर दुकानदारो पर पीला पंजा चला रहा है। अनियमितताएं बढ़ती जा रही हैं। इस मार्केट के मालिक को अनुचित लाभ पहुंचाने की मंशा से रेवेन्यू विभाग के कुछ कर्मचारियों ने रोटरी हॉस्पिटल की तरफ़ पैमाईश बढ़वा दी और तोड़फोड़ करवा कर दानी सज्जनों के सहयोग से संचलित इस हॉस्पिटल का भारी नुकसान करवा दिया।
स्थानीय पुराने लोगों का मानना है कि अगर इस क्षेत्र की पैमाइश रेलवे बाउंड्री के पक्के निशान से की जाए तो असलियत सामने आएगी और राजस्व विभाग के कुछ कर्मचारियों की मिलीभगत की पोल भी खुलेगी।
लोगों ने मांग की है कि रोटरी आई हॉस्पिटल के गेट के सामने के क्षेत्र की पुनः पैमाईश करवाई जाए तथा पंजाब नेशनल बैंक की तरफ फुल साइज की पुराने आधार पर पक्की नाली भी बनाई जाए ताकि यहां सड़क को जो लाखों रुपए का नुकसान हर साल झेलना पड़ रहा है उससे मुक्ति मिल सके।
इसी क्षेत्र में हुई गलत पैमाइश के कारण सड़क छोटी होने की वजह से और अवैध पार्किंग के कारण भारी ट्रैफिक जाम लगता है और कई दुर्घटनाएं अक्सर होती रहती है। अगर विभाग में समय रहते फ़ौरी कार्यवाही नहीं की और भाई भतीजा बाद और आपसी मिलीभगत की नीति को नहीं छोड़ा तो लोग मुख्यमंत्री से मिलकर कार्यवाही करवाने के मूड में दिख रहे हैं।