नेताजी सुभाषचंद्र बोस से जुड़े भारत सरकार के ऐतिहासिक निर्णय को सराहा श्री शान्ता कुमार ने, हिमाचल सरकार को भी अनुकरण करने की दी सलाह

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RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief
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हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री श्री शांता कुमार ने दुबई से जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा है कि आजादी की लड़ाई 1857 से 1947 तक 90 वर्ष तक लड़ी गईl भगत सिंह जैसे देशभक्तों की शहादत से देश नींद से जागा और महात्मा गांधी के अहिंसा के आंदोलन से आजादी की लड़ाई जन जन तक गई l सभी से पूरी कोशिश की परंतु एक बात याद रखनी चाहिए की गुलामी की जंजीरों पर आखिरी चोट नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने आजाद हिंद फौज का गठन करके की थी l 1942 से 1947 तक देश में कोई बड़ा आंदोलन नहीं हुआ l

हिंसा के कारण गांधी जी ने आंदोलन वापिस ले लिया l इन 4 वर्षों में आजाद हिंद फौज बनी l उन्होंने लड़ाई शुरू की और भारत की भूमि पर पहुंचकर तिरंगा फहराया l बाद में आजाद हिंद फौज के सैनिक पकड़े गए l उन पर मुकदमे चले l कुछ को कैद हुई कुछ को फांसी हुई l आजाद हिंद फौज मे भारतीय सेना के सैनिक भी थे इसलिए इस सारे घटनाक्रम से भारतीय फौज में विद्रोह की आग सुलगीl नेवी में भी विद्रोह हुआ और उसके बाद एयर फोर्स मैं विद्रोह हुआ l जब लंदन की पार्लियामेंट में भारत की आजादी का कानून — इंडिया इंडिपेंडेंस एक्ट — पास हो रहा था तो विरोधी दल के नेता ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री से पूछा था की 1857 से लेकर बड़े-बड़े आंदोलन भारत में देखें परंतु भारत को गुलाम रखा l आज ऐसी क्या परिस्थिति आ गई कि भारत को आजादी दी जा रही है l ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने जवाब दिया था कि जिस फौज के सहारे हम भारत को गुलाम रखते थे वह फौज हमारी वफादार नहीं रही l आजाद हिंद सेना के कारण अब उससे भारत को गुलाम नहीं रख सकते l इस इतने बड़े देश को गुलाम रखने के लिए ब्रिटेन से सेना भी नहीं लाई जा सकती l इसलिए हमें भारत को आजादी देनी पड़ रही है l

उन्होंने कहा कि यह बड़ा ऐतिहासिक तथ्य हैl इसलिए भारत सरकार का यह निर्णय कि इस वर्ष से गणतंत्र दिवस नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती 23 जनवरी से शुरू होकर 26 जनवरी तक मनाया जाएगा , अपने आप में एक बहुत बड़ा ऐतिहासिक निर्णय है l इस निर्णय से नेताजी के प्रति पूरे राष्ट्र की तरफ से सम्मान की भावना झलकती है l

शांता कुमार ने हिमाचल सरकार से भी आग्रह किया है कि वह भी भारत सरकार के निर्णय की तरह हिमाचल प्रदेश में भी 23 जनवरी से डलहौजी में गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम की शुरुआत करके 26 जनवरी को शिमला में कार्यक्रम समाप्त करके नेताजी सुभाष चंद्र बॉस को सम्मान देकर एक नया इतिहास बनाएं l यह हिमाचल के लोगों द्वारा भी नेताजी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी l

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