टी.बी मरीजों को मानसिक संबल प्रदान करने हेतु आगे आये सम्पन्न वर्ग: स्वास्थ्य कर्मचारियों व भारत विकास परिषद ने नि-क्षय मित्र योजना से जुड़कर किया आह्वान

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टी.बी मरीजों को मानसिक संबल प्रदान करने हेतु आगे आये सम्पन्न वर्ग:
सावस्थ्य कर्मचारीयों व भारत विकास परिषद ने नि-क्षय मित्र योजना से जुड़कर किया आह्वान

गोपालपुर

RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief
Himachal Reporter Media Group

स्वास्थय विभाग कर्मचारियों व भारत विकास परिषद शाखा पालमपुर ने समाज के सम्पन्न वर्ग व समाजसेवी संस्थाओं से टी.बी. मरीजों को मानसिक संबल प्रदान और उनकी पोषण संबंधी आवश्यकता की पूर्ति के लिए सहयोग के आगे आने का आग्रह किया है। शाखा अध्यक्ष नरेंद्र दीक्षित ने क्षेत्रीय सचिव सम्पर्क मनोज रत्न और प्रांतीय संरक्षक जितेंद्र बंटा की उपस्थिति में क्षेत्र के क्षयरोग से पीड़ित पांच मरीजों को पोषण किट उपलब्ध करवाने की शुरुआत जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. आर.के सूद एवं खंड चिकिस्ता अधिकारी डॉ अनुपमा सिंह की मौजूदगी में की।

क्षेत्रीय सचिव सम्पर्क मनोज रत्न ने बताया कि देश भर से टीबी के पूर्णतया उन्मूलन के लिए सरकार कृत-संकल्पित है, इसी कड़ी में सामाजिक दायित्व को समझते हुए हमें भी इस अभियान में अपना योगदान देना चाहिए और ऐसे मरीजों के साथ बिना कोई भेदभाव किये ऐसे वातावरण का निर्माण करना चाहिए कि मरीजों में बिलकुल भी हीन भावना न पनप पाए।

जिला क्षयरोग अधिकारी डॉ. आर.के सूद ने बताया कि नि-क्षय मित्र योजना के अंतर्गत समाजसेवी संस्थाएं और स्थानीय नागरिक टी.बी मरीजों को अपनी सुविधा के आधार पर 6 माह, एक साल या , 2 साल , 3 साल तक पोषण संबंधी सहायता व मानसिक संबल प्रदान करने के लिए अडॉप्ट कर सकते हैं। उन्होंने इस अभियान को सफल बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया तथा इस क्षेत्र में अभियान को सफल बनाने के लिए आगे आकर मरीजों को न्यूट्रिशन, नैतिक बल व समर्थन प्रदान करने की अपील की।

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डॉ. आर.के. सूद ने बताया कि नि-क्षय मित्र के रूप में दी जाने वाली सहायता सरकार की ओर से प्रदान की जाने वाली चिकित्सीय सेवाओं एवं सहायता के अतिरिक्त होती है।

उन्होंने बताया कि नि-क्षय मित्र योजना में कांगड़ा जिले में वर्तमान में सामुदायिक सहायता प्राप्त करने के लिए सहमति देने वाले 1200 टी.बी रोगियों में से 900 रोगियों के लिए नि-क्षय मित्रों द्वारा सहायता की जा रही है। वहीं 300 टीबी रोगियों के लिए नि-क्षय मित्रों की आवश्यकता है।

*कैसे बनें नि-क्षय मित्र*

इस दौरान खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ अनुपमा सिंह ने बताया कि नि-क्षय मित्र के रूप में पंजीकरण के लिए नि-क्षय पोर्टल पर एक वेब पेज कम्यूनिटीस्पोर्ट डॉट निक्षय डॉट ईन बनाया गया है।

इस पर पंजीकरण करने पर एक विशिष्ट आईडी मिलती है जिसके अनुसार खण्ड चिकित्सा अधिकारी या जिला क्षय रोग अधिकारी नि-क्षय मित्र से संपर्क करके उनके साथ सामुदायिक सहायता प्राप्त करने के लिए सहमति देने वाले सक्रिय टी.बी रोगियों की सूची साझा करते हैं। नि-क्षय मित्र उसके अनुसार सहायता का विकल्प चुन सकते हैं।

इस अवसर पर भारत विकास परिषद के पालमपुर शाखा के सचिव कुशल कटोच, गगन वासुदेवा, कलूंड पंचायत के प्रधान नरेंद्र भट्ट, साहिल नाग, स्वास्थ्य विभाग में एस.टी.एस. सुचि दीक्षित, विजय थापा, अजय सूद सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।

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