केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) से संबंधित स्कूल 10वीं-12वीं के छात्रों को मनमाने तरीके से 95 फीसद से ज्यादा अंक नहीं दे सकेंगे। बोर्ड ने कहा है कि रेफरेंस ईयर (संदर्भ वर्ष) में जितने छात्रों को 95 फीसद से ज्यादा अंक मिले थे, इस वर्ष भी उतने ही छात्रों को इतने अंक मिल सकते हैं।
रेफरेंस ईयर से ज्यादा नहीं हो सकते 95 फीसद से ऊपर अंक वाले छात्र
सीबीएसई के नए निर्देशों के मुताबिक संदर्भ वर्ष में यदि चार छात्रों को 95 फीसद से ज्यादा अंक मिले थे तो इस वर्ष भी स्कूल केवल चार छात्रों को इतने अंक दिए जा सकते हैं। 2020-21 के लिए संदर्भ वर्ष पिछले तीन वर्षों यानी 2017-18, 18-19 और 19-20 को माना जायदि कोई स्कूल बोर्ड के नियमों का पालन नहीं करता है तो बोर्ड स्वत: ही छात्रों के अंक कम कर देगा।
10वीं का परिणाम इस हफ्ते और 12वीं का परिणाम 31 जुलाई को घोषित हो सकता
बोर्ड के मुताबिक संदर्भ वर्ष का नियम केवल 96, 97, 98, 99 और 100 अंक देने के लिए लागू होगा। दरअसल, कई स्कूलों ने छात्रों को गलत तरीके से 95-100 फीसद के बीच अंक दे दिए थे, जिसकी वजह से परिणाम घोषित करने में देरी हो रही है। सूत्रों के मुताबिक 10वीं का परिणाम इस हफ्ते और 12वीं का परिणाम 31 जुलाई को जारी किया जा सकता है।एगा।