घोटाले का भंडाफोड़ : वन रैंक वन पेंशन के अंतर्गत मोदी द्वारा दिया गया 23000 करोड रुपए पेंशन अफसरों ने हड़प्पा, वोटों की राजनीति करने वाले मेजर विजय सिंह मनकोटिया की चुप्पी से लग रहे सवालिया निशान, सैनिकों के साथ इतना बड़ा घोटाला हो गया और अभी भी चुप है केंद्र सरकार
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केंद्र सरकार द्वारा जनवरी महीने में पूर्व सैनिकों की पेंशन हेतु जो वन रैन वन पेंशन (OROP-2019) के संशोधित टेबलों को जारी किया गया है, उनको देखने से पता चलता है की यह अधिकारियों, जे सी ओज व जवानों के बीच बन्दर-बॉट वाली कहानी बना दी गई है।
आज हमारे पूर्व सैनिक भाई बहन दिल्ली के जन्तर मन्तर पर 20 फरबरी 2023 से धरने पर बैठे हैं, भारत सरकार ने उनके बारे में कोई बातचीत नहीं की है, ना ही किसी राज्य के ESM League के अधिकारियों ने इस मुद्दे को उठाने की बात की है। यह बड़े दुख की बात है।
कर्म सिंह धीमान, पूर्व सैनिक संगठन नगरोटा बगवा के अध्यक्ष होने के नाते समस्त पूर्व सैनिकों, बहनों और वीर-नारियों की तरफ से हिमाचल प्रदेश के ESM League के अध्यक्ष मेजर विजय सिंह मनकोटिया जी से पूछा है कि OROP 2019 के विसंगतियों से भरे टेबल जो निकले हैं, उनके ऊपर आपने आज तक कोई आपति ज़ाहिर क्यों नहीं की, अपनी प्रतिकृया क्यों नहीं दी? बड़े दुख की बात है कि जब लीग के चुनाव होते हैं, केवल तभी आपको पूर्व- सैनिक, जेसीओज और जवान याद आते हैं।
आज पिछले 9 -10 दिनों से देशभर के लाखों पूर्व सैनिक, महिलाएं, वीर-नारियां धरने पर बैठे हैं, जिनकी पुकार सरकार का कोई भी अधिकारी नहीं सुन रहा है। यह हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी को भी समझना चाहिए कि धरने पर बैठे हुए सभी लोगों की अगली पीढ़ी के बच्चे देश की सरहदों पर चौबीसों घंटे डियूटी कर रहे हैं, जिसका असर आने वाले समय में उन पर जरूर पड़ेगा।
हम पहले भी OROP 2019 के टेबलों की विसंगतियों के बारे में माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और माननीय रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी को अपने 28 जनवरी 2023 को प्रेस कान्फ्रेंस व लिखित रूप से अवगत करवा चुके हैं। माननीय प्रधानमंत्री जी, आप उनकी पुकार को सुनें और उस पर अपना व्यक्तव्य दें ताकि तमाम पूर्व सैनिकों, महिलाओं व वीर-नारियों को आप पर विश्वाश हो सके। माननीय प्रधानमंत्री जी, दिनांक 20/08/2014 का आपका वायदा हमें अच्छी तरह से याद है, जिस पर हम आपकी पूरी-पूरी इज्जत करते हैं। हमें आशा है कि आपजन्तर मन्तर पर बैठे पूर्व सैनिकों के सम्मान के लिएOROP-2019 का पूरा पूरा हक देने की दिशा में कोई न कोई त्वरित कदम अवश्य उठाएंगे।