*भवारना और थुरल अस्पतालों में स्थापित होंगे ऑक्सीजन प्लान्ट : विपिन सिंह परमार*
*भवारना और थुरल अस्पतालों में स्थापित होंगे ऑक्सीजन प्लान्ट : विपिन सिंह परमार*
*भवारना और थुरल अस्पतालों में स्थापित होंगे ऑक्सीजन प्लान्ट : विपिन सिंह परमार*
सिविल अस्पताल भवारना के साथ -साथ सिविल अस्पताल थुरल में ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाएगा । यह जानकारी विधान सभा, अध्यक्ष विपिन सिंह परमार ने बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मरांडा में वैक्सीनेशन का जायजा लेने के उपरांत दी । उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिये पीपीई किट, सैनिटाइजर एवं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर भेंट भी किया।
उन्होंने कहा कि सिविल अस्पताल भवारना के लिये ऑक्सीजन प्लान्ट स्वीकृत कर दिया गया है और सिविल अस्पताल थुरल में भी ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिये भारत सरकार को प्रस्तावना भेजी गई है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में तमाम तरह की स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध करवा कर हलके को स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनने की दिशा में प्रयास चल रहा है।
उन्होंने कहा कि कोविड महामारी में संक्रमितों के उपचार के प्रदेश में 6 हजार से अधिक बिस्तरों की उपलब्धता बढ़ाई गई है और इसके लिए निजी अस्पतालों के अलावा मेक शिफ्ट अस्पताल भी बनाये गये हैं। उन्होनें कहा कि हिमाचल सरकार के अथक प्रयासों और प्रदेश की जनता द्वारा सरकार के दिशा-निर्देशों की अनुपालना से वायरस के मामलों में कमी आयी है। उन्होंने कहा कि संक्रमण कम हुआ है थमा नहीं है इसलिए।सभी को सजग रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संक्रमण की अगर तीसरी लहर आती है तो संक्रमण से निपटने के लिये सरकार ने प्रभावी कदम उठाते हुए सभी तैयारियां आरम्भ कर सुविधाओं का सृजिन कर लिया है। उन्होंने कहा कि मरांडा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के नए भवन के निर्माण के लिए शीघ्र जमीन उपलब्ध करवाने के लिये निर्देश विभाग को दे दिये गए हैं।
*बन्द होगा मरांडा का कूड़ा संयंत्र : परमार*
*221 लाख से उपलब्ध होगा पेयजल*
परमार ने कहा कि मरांडा की धौलाधार कॉलनी, मरांडा और साथ लगते क्षेत्र में कूड़े निष्पादन संयंत्र को लेकर आ रही समस्या का स्थाई समाधान कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि इस कूड़ा संयंत्र को बंद कर अन्य किसी स्थान पर कूड़े का निष्पादन किया जाएगा और इसके लिये सम्बंधित विभाग को दिशा-निदेश जारी कर दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि भविष्य में यहाँ कूड़े का एकत्रीकरण और निष्पादन इत्यादि कोई कार्य नहीं होगा।
अध्यक्ष ने कहा कि इन क्षेत्रों में पेयजल सुधार के लिये 2 करोड़ 21 लाख रुपये से पेयजल योजना बनाई जा रही है। इस योजना में 3 ट्यूबवेल और 3 ओवरहेड टैंकों का निर्माण कर लोगों को शुद्ध पेयजल उपलब्ध करवाया जायेगा।