पालमपुर की बेनुका शर्मा को सहायता की दरकार

भाग्य ने 40 साल की उम्र में ही उन्हें किडनी की बीमारी दे दी

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पालमपुर की बेनुका शर्मा को सहायता की दरकार

INDIA REPORTER NEWS
PALAMPUR : B.K. SOOD
Senior Executive Editor

श्रीमती बेनुका शर्मा अभी कुछ ही महीने पहले बिल्कुल स्वस्थ थी। और एक प्राइवेट स्कूल में नौकरी करके अपने परिवार  पालन कर रही थी। लेकिन भाग्य ने 40 साल की उम्र में ही उन्हें किडनी की बीमारी दे दी और वह इस बीमारी से इतनी गंभीर रूप से ग्रसित हो गई कि उनको किडनी ट्रांसप्लांट करवानी पड़ी। लगभग तीन-चार साल से उनकी किडनी खराब थी परंतु 2 साल मई 2019 के उनके पति ने उन्हें किडनी डोनेट की तथा उनकी किडनी का ऑपरेशन पीजीआई चंडीगढ़ में करवाया गया। पति की सेहत भी अच्छी नहीं है तथा वह भी कुछ कार्य करने में असमर्थ हैं।
बेनुका को 2 साल तक चंडीगढ़ में किराए का कमरा लेकर जाना पड़ा क्योंकि पालमपुर से चंडीगढ़ बार बार आना जाना बहुत मुश्किल हो रहा था तथा आने-जाने और रहने का खर्चा बहुत अधिक पड़ रहा था इसलिए उन्हें चंडीगढ़ में ही किराए पर कमरा लेकर रहना पड़ा।
बार-बार पालमपुर से चंडीगढ़ जाना बहुत ही मुश्किल कार्य रहता है इसलिए बेनुका के पिताजी ने इन्हें चंडीगढ़ में ही कमरा ले दिया तथा लोगो के सहयोग से इनकी भरपूर मदद की ।परंतु दुखद समाचार यह रहा कि बेनुका के पिताजी का दुर्भाग्यवश निधन हो गया और बेनुका बिल्कुल असहाय हो गई। वैसे बेनुका प्राइवेट स्कूल में जॉब करती थी कुछ सालों की प्राइवेट जॉब के बाद जो कुछ जमा पूंजी थी वह भी बीमारी में चली गई।
साथ ही स्कूल वालों ने भी लॉक डाउन की वजह से जवाब दे दिया दे दिया। और lockdown तथा बीमारी के कारण उनकी नौकरी भी चली गई। एक तो किडनी गई ऊपर से नौकरी भी गई ।उनके पति डिप्रेशन का शिकार हैं तथा वह कोई काम धंधा नहीं कर पा रहे ।बेटा स्कूल पढ़ने जाता है लेकिन आमदनी ना होने के कारण उसकी फीस देना भी मुश्किल हो गया है ।कुछ आस पड़ोस के लोग थोड़ी बहुत मदद करते हैं जिससे घर का राशन वगैरह चल रहा है ।ईश्वर का शुक्र है कि उनके सिर पर अपनी छत है वरना वह किराया भी कहां से भरते ।
अब एक बीमार महिला जिसका पति डिप्रेशन में हो ,जिसका बेटा पढ़ने वाला हो वह कैसे घर को चलाये।।
ऑपरेशन के बाद दवाइयों का खर्च लगभग ₹500 प्रति दिन के हिसाब से होता है , आप स्वयं अंदाजा लगा लीजिए कि उस महिला की मानसिक आर्थिक तथा शारीरिक स्थिति कैसी होगी? उस महिला को कुछ लोग थोड़ी बहुत हेल्प कर रहे हैं जिससे वह आधी अधूरी दवाइयां खा पा रही है क्योंकि पूरी दवाइयों का खर्चा बहुत अधिक है राशन और घर का सामान भी कुछ लोग आकर मदद कर रहे हैं ,परंतु यह काफी नहीं है,।
शनि सेवा सदन में अपनी तरफ से कुछ मदद कर रहा है लेकिन वह मदद पर्याप्त नहीं है ,तथा उस महिला की विकट स्थिति को देखते हुए शनि सेवा सदन ने ये निर्णय किया कि उस महिला के बारे में एक पोस्ट डाली जाये ताकि कोई दानी सज्जन कोई दयालु सज्जन उस महिला की कुछ मदद कर सके ।ताकि वह इस दुख भरे दौर से बाहर निकल सके महिला का कहना है कि अगर उसे नौकरी मिल जाए तो वह फिर से नौकरी करने को तैयार है। और किसी पर बोझ बनने का उसका कोई इरादा नहीं है।
परंतु जब तक महिला को कोई रोजगार नहीं मिल जाता तब तक हम सभी समाज के लोगों को उसकी मदद के लिए आगे हाथ बढ़ाना चाहिए सभी दानी सज्जनों से प्रार्थना है कि जहां तक हो सके उस महिला की इस मुसीबत की घड़ी में मदद करें ।उसे इस दुख से उबारने की कोशिश करें। क्योंकि नारी का सम्मान हमारे देश की परंपरा रही है प्राथमिकता रही है। आइए हम भी परंपरा को निभाएं।
🌹जय शनि देव🌹

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