पालमपुर पुलिस स्टेशन के पास सड़क का छोटा सा हिस्सा बना विवाद का कारण सड़क की हालत खस्ता दो विभागों के बीच फसा मामला
पालमपुर पुलिस स्टेशन के पास सड़क का छोटा सा हिस्सा बना विवाद का कारण सड़क की हालत खस्ता दो विभागों के बीच फसा मामला
नेशनल हाईवे 154 पर पुलिस स्टेशन पालमपुर के पास एक चंद मीटर का सड़क का हिस्सा विवादों में घिरा हुआ है। पिछले कई महीनों से इस सड़क पर बड़े-बड़े गड्ढे पड़े हुए हैं पानी रुकता है लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है ,विशेष रूप से छोटी गाड़ियों को और टू व्हीलर वालों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है ,क्योंकि वहां पर इतने गहरे गड्ढे हो गए हैं कभी भी कोई भी हादसा हो सकता है ,परंतु इस चंद मीटर के पैच को एन एच ए आईऔर पीडब्ल्यूडी के बीच खींचतान के कारण रिपेयर नहीं किया जा रहा ।
पीडब्ल्यूडी कहती है कि यह एनएचएआई कार्यक्षेत्र में है जबकि एनएचएआई कहता है कि यह हिस्सा पीडब्ल्यूडी के अंडर है इसलिए इसकी रिपेयर का कार्य वही करवाएंगे और उनकी ही जिम्मेवारी है ।दोनों ही विभाग इस छोटे से पैच को रिपेयर करवाने असमर्थ साबित हो रहे हैं । एक विभाग कहता है कि इसकी जिम्मेवारी है दूसरा कहता है कि यह उसकी जिम्मेवारी है।
एनएचएआई के अधिकारियों का कहना है कि सड़क के इस संभाग को उन्हें हस्तांतरित नहीं किया गया है और यह हिस्सा उनके कंट्रोल में नहीं है तो वह इसकी रिपेयर कैसे कर सकते हैं ?
उधर पीडब्ल्यूडी NHका कहना है कि रोड का यह यह हिस्सा एनएचआई को 13 सितंबर 2021को हैंड ओवर कर दिया गया था और इसके रखरखाव की पूरी जिम्मेवारी एनएचएआई की है। हैरानी की बात यह है कि दो विभागों के विवाद में फंसा यह रोड का छोटा सा हिस्सा किसी व्यक्ति के लिए गंभीर खतरा हो सकता है ।इस रोड के दोनों साइड कोई ड्रेनेज सिस्टम नहीं है तथा यहां जलजमाव होना आम बात है जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है ।
अब देखना यह है कि इन दोनों विभागों के बीच का विवाद कब खत्म होता है और कब यह छोटा सा पैच रिपेयर होता है।
हैरानी की बात तो यह है कि यहां पर जो बहुत बड़ा पुल बनाया गया है उस के मालिकाना हक पर भी दोनों ही विभागों में जंग छिड़ी हुई है आलम यह है कि इस पुल पर दोनों तरफ लगी हुई स्ट्रीट लाइट कई दिनों से खराब पड़ी है और जब नगर निगम ने इन स्ट्रीट लाइट्स को ठीक करने की अनुमति मांगी तो दोनों ही विभागों ने आनाकानी शुरू कर दी तथा इस पुल पर जहां पहले जगमग लाइट्स जलती थी अब वहां पर अंधेरा पसरा हुआ है।
दोनों विभागों के अहंकार और झूठी प्रतिष्ठा का प्रश्न बना हुआ यह छोटा सा हिस्सा लोगों के लिए परेशानी का सबब बना हुआ है।
हालांकि सोशल मीडिया और कुछ अग्रणी समाचार पत्रों में भी इस बारे में खबर छप चुकी है परंतु नतीजा वही ढाक के तीन पात…