परमवीर चक्र विजेता मेजर सोम नाथ जी की स्मृति में प्रस्तावित “वन वाटिका” को एतिहासिक यादगार स्थल बनाने के होंगे प्रयास :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक
अब परमवीर चक्र विजेता मेजर सोम नाथ जी की स्मृति में प्रस्तावित “वन वाटिका” को एतिहासिक यादगार स्थल बनाने के होंगे प्रयास :- प्रवीन कुमार पूर्व विधायक……..
यह विचार व्यक्त करते हुए समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि भारतीय सेना के पहले परमवीर चक्र विजेता एवं पालमपुर विधानसभा सभा क्षेत्र के इस वीर योद्धा की जन्म स्थली डाढ में उनके नाम का न तो कोई समारक है ओर न ही कहीं उनकी वीर गाथा की कोई स्मृति जिससे कि भावी पीढ़ी को यह पता चल सके कि भारत को मिली आजादी में उनके गाँव के इस वीर जवान ने किस तरह मातृ भूमि की रक्षा करते करते सर्वोच्च बलिदान दिया है।
एक हाथ में प्लास्टर, दूसरे में मशीन गन, सामने 700 दुश्मन… देश के पहले परमवीर चक्र विजेता की दास्तां….
3 नवंबर 1947 यानी देश को आजाद हुए मुश्किल से चार महीने हुए थे. पाकिस्तान ने कबिलाई लश्कर घुसपैठियों के साथ श्रीनगर पर हमला बोल दिया था. मकसद था श्रीनगर एयरबेस को कब्जे में करना. 700 दुश्मन आए थे. हमारे 50 जवानों ने उन्हें न सिर्फ 6 घंटे आगे बढ़ने से रोका. बल्कि 200 घुसपैठियों को नर्क पहुंचा दिया. इस दौरान हमारे 22 जांबाज़ शहीद हो गए. साथ ही वो भी चला गया जो आने वाली पीढ़ियों के लिए हमेशा प्रेरणास्रोत बना रहेगा. यह कहानी है देश के पहले परम वीर चक्र विजेता मेजर सोमनाथ शर्मा (Major Somnath Sharma) की।
पूर्व विधायक ने बताया कि उनकी ही इन्साफ संस्था के अभूतपूर्व सहयोग एवं प्रस्तावना पर विन्द्रावन में प्रस्तावित “विक्रम बत्रा वन वाटिका” को बिक्रम बत्रा वन विहार के नाम पर विकसित करने के लिए पूर्व मुख्यमन्त्री श्री शान्ता कुमार जी की दृढ़ता से अनुशंसा , निवर्तमान मुख्यमन्त्री श्री जय राम ठाकुर , केन्द्रीय पर्यावरण एवं वन मन्त्री श्री भूपेन्द्र यादव , सांसद किशन कपूर जी के आशीर्वाद व वन मण्डल अधिकारी डा नितिन पाटिल जी के सराहनीय प्रयासों से कारगिल युद्ध की वीर गाथा का इतिहास लिखने वाले पालमपुर के ही सपूत परमवीर चक्र विजेता कैप्टन विक्रम बत्रा जी की स्मृति में 4 करोड़ 10 लाख रुपये की लागत से बिक्रम बत्रा वन विहार बन रहा है। जिसका कि टेण्डर हो चुका है। इन्साफ के अध्यक्ष ने कहा अव इसी तरह डाढ में अमर शहीद परमवीर चक्र विजेता मेजर सोम नाथ जी के नाम से उपरोक्त स्थल को एतिहासिक यादगार बनाने के लिए संस्था प्रयास करेगी ।