*कांगड़ा में 6 करोड़ से रोपित होंगे 16 लाख पौधे : परमार*
*प्रदेश के हर वार्ड में रोपित होंगे 51-51पौधे*
*कांगड़ा में 6 करोड़ से रोपित होंगे 16 लाख पौधे : परमार*
*प्रदेश के हर वार्ड में रोपित होंगे 51-51पौधे*
पालमपुर
RAJESH SURYAVANSHI
विधान सभा अध्यक्ष, विपिन सिंह परमार ने कहा कि प्रदेश में जनसहयोग से पौधारोपण अभियान में प्रदेश के एक हजार हेक्टेयर क्षेत्र में जनप्रतिनिधि और लोग पौधारोपण करेंगे, ताकि लोगों को पौधारोपण के प्रति जागरूक करने के साथ-साथ जनसहभागिता को भी सुनिश्चित किया जा सके।
विधान सभा अध्यक्ष, सुलाह हलके के झरेट में वन विश्राम गृह के लोकार्पण के बाद जनसभा में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में वन आवरण क्षेत्र को बढ़ाने के लिये योजनाएं चलाई जा रही हैं। उन्होंने कहा कि धर्मशाला सर्किल में 1985 हेक्टेयर क्षेत्र में 6 करोड़ की लागत से 16 लाख विभिन्न प्रजातियों के पौधे रोपित करने का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में सभी पंचायतों के हर वार्ड में 51-51 पौधे लगाने का कार्यक्रम बनाया गया है और जिन वार्डों में अच्छा कार्य होगा उन्हें पुरस्कृत भी किया जायेगा।
*ग्रामीण वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से व्यय होंगे 564 लाख*
उन्होंने कहा कि सुलाह विधान सभा क्षेत्र में केएफडब्ल्यू प्रोजेक्ट में पनापर, गगल खोली, घनेटा, रझूँ एक और रझूँ दो, जौना, क्यारवाँ, बरसोला भदरोल, कौना तथा बच्छवाई में पौधरोपण ग्रामीण वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से पौधारोपण, भूसंरक्षण, लैंटाना उन्मूलन, तालाब और ट्रेन्चिंग इत्यादि के कार्य के लिये 5 करोड़ 64 लाख रुपये का प्रावधान किया गया है।
झरेट पंचायत को मिली 87 लाख उपहार
उन्होंने मंगलवार को ग्राम पंचायत झरेट में 49 लाख रुपये की लागत से निर्मित वन विश्राम गृह , 8 लाख की लागत से निर्मित पंचायत भवन झरेट और 30 लाख रुपये की लागत से निर्मित होने वाली झरेट कन्यादेवी सड़क का भूमि पूजन किया और रुद्राक्ष का पौधा भी रोपित किया।
*झरेट और रझूँ पर 3 करोड़ 94 लाख से मिलेगा पेयजल*
उन्होंने कहा कि चंगर क्षेत्र में पेयजल उपलब्धता के सुधार के लिए पेयजल योजना झरेट, रझूँ पर 3 करोड़ 94 लाख रुपये व्यय किये जा रहे हैं। इसमे झरेट, कहानफट, रझूँ, गगल, भदरोल, चंबी, ड़ईं, गाड़ियाड़ा गांवों को 44 किलोमीटर नईं पाइप लाइन के माध्यम से पेयजल उपलब्ध होगा। उन्होंने बताया कि डलेरा, कहानफट, चंबी और डंगाण में ओवर हैड टैंकों का निर्माण किया जा रहा है, जबकि पिछले डेढ़ वर्ष में 60 लाख लीटर क्षमता के 8 टैंकों का निर्माण किया गया है। उन्होंने कहा कि जिया से झरेट तक पेयजल पाइप लाइन बदलने का कार्य भी प्रगति पर है।
*चंगर की सड़कों की टारिंग पर 50 लाख व्यय*
उन्होंने कहा कि चंगर क्षेत्र की सड़कों के निर्माण और सुधार पर भी करोड़ों रुपये किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि चीरन, थिरक वाया देवी टिल्ला सड़क निर्माण पर साढ़े 7 करोड, मंघेहड से पीरा सड़क निर्माण पर एक करोड़ 80 लाख तथा आई टी आई रझूँ के भवन पर लगभग 12 करोड़ रुपये रुपये व्यय किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त चंगर की 5 सड़कों की टारिंग कार्य पर लगभग 50 लाख रुपये और 25 लाख से स्वास्थ्य उपकेंद्र भवन का निर्माण किया जा रहा है।
इसके उपरांत विधान सभा अध्यक्ष ने ग्राम पंचायत ठंडोल में 20 लाख की लागत से निर्मित शिवदयाला सड़क एवं विद्युतीकृत हैंडपम्प लोगों को समर्पित किया। उन्होंने यहां मुख्यमंत्री राहत कोष से विभिन्न 41 लाभार्थियों को पौने 5 लाख की सहायता राशि के चेक भी वितरित किये।
*ठंडोल मलाहू और भौरा में पेयजल पर व्यय होंगे 362 लाख*
उन्होंने कहा कि ठंडोल मलाहू और भौरा में जल जीवन मिशन में 362 लाख रुपये व्यय किये जा रहे हैं और इसमें 621 नल लगाने लक्ष्य है।
उठाऊ पेयजल योजना मलाहु डूगणी पर 82 लाख, उठाऊ सिंचाई योजना में कमान एरिया विकास पर 96 लाख रुपये व्यय किये जा रहे हैं।
इससे पहले सीसीएफ प्रदीप ठाकुर ने मुख्यातिथि का स्वागत किया और ज़िला में वन विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा पालमपुर वन मंडल के अंतर्गत 338 हेक्टेयर क्षेत्र में लगभग पौने दो लाख पौधे रोपने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जिसमे औषधीय, देवदार, चौड़ीपति, चारे और फलदार पौधे शामिल हैं।
कार्यक्रम में मंडल अध्यक्ष देश राज शर्मा, महामन्त्री सुखदेव मसन्द, झरेट की प्रधान अंजना कुमारी, प्रधान ठंडोल कविता देवी, बीना श्रीवास्तव, राजिंदेड ठाकुर, बीडीसी सदस्य गौरव चौधरी, मेहर सिंह, सुभाष धीमान, एसडीएम धीरा डॉ आशीष शर्मा, डीएफओ पालमपुर नितिन पाटिल, डीएफओ धर्मशाला संजीव शर्मा, अधिशाषी अभियंता मुनीष सहगल और अनिल पूरी, नायब तहसीलदार भवारना श्याम जरयाल सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी और क्षेत्र के गणमान्य लोग मौजूद रहे।