XEN जलशक्ति विभाग से तानाशाह हैंडपंप संचालक की शिकायत : ध्यानार्थ : विद्युत चलित हैंडपंप मारंडा के संचालक की तामाशाही के खिलाफ़ पेयजल उपभोक्ताओं ने लगाई XEN पालमपुर से गुहार, वार्ड नम्बर 10 के विद्युत चलित नलकूप को अपनी अधिग्रहण में ले विभाग
हंगामा है क्यों बरपा........!
जैसाकि सर्वविदित है कि जलशक्ति विभाग द्वारा विशेष पेयजल आपूर्ति योजना के तहत प्रदेश में विभिन्न सोसाइटियों के माध्यम से हज़ारों मोटोराइज्ड हैंडपम्प लगवा कर लोगों की पेयजल समस्या को दूर करने हेतु प्रभावी कदम उठाया था जो अत्यंत महत्वपूर्ण साबित हुआ। लोगों को पर्याप्त मात्रा में शुद्ध पेयजलापूर्ति सुनिश्चित की गई।
यहां तक तो सब ठीक था। लेकिन कालान्तर में इन मोटराइज़्ड हैंडपम्पों की सोसाइटियों के कुछ संचालक तानाशाह बन गए और खुद को इन हैंडपम्पों के मालिक समझने की भूल कर बैठे। वे यह भी भूल गए कि आज भी इन हैंडपम्पों पर मालिकाना हक हिमाचल प्रदेश सरकार व जलशक्ति विभाग का है।
इस बहुआयामी योजना के तहत अकेले ज़िला कांगड़ा में ही हज़ारों इस तरह के हैंड पम्प सोसाइटियों के माध्यम से चल रहे हैं कि यदि इनका संचालन जलशक्ति विभाग द्वारा अपनी देखरेख में किया जाए तो पेयजलापूर्ति की गंभीर समस्या को समूल मिटाया जा सकता है। जानकारी के अनुसार माननीय उच्च न्यायालय ने भी इस बात की पैरवी की है कि इन सोसाइटियों के अंतर्गत संचालित विद्युत संचालित नलकूपों का संचालन जलशक्ति विभाग अपने हाथों में ले और पेयजल संकट को मिटाने की दिशा में गंभीरता से काम करे। और ज्ञात हुआ है कि विभाग इस दिशा में बहुत तेज़ी से काम कर रहा है।
सूत्रों से मालूम हुआ है कि अधिशाषी अभियंता जलशक्ति विभाग पालमपुर इस मामले पर अपनी टीम सहित गंभीरता से विचार कर रहे हैं।
अब पालमपुर जलशक्ति विभाग के तहत सोसाइटियों के द्वारा चल रहे कुछ हैंड पम्पों के संचालकों से उपभोक्ता इतने परेशान हैं कि उन्होंने इस बाबत जलशक्ति विभाग से गुहार लगाई है।
मारंडा के वार्ड नंबर 10 में रोटरी आई हॉस्पिटल के सामने एक सोसाइटी द्वारा संचालित एक मोटराइज़ड हैंडपंप कार्य कर रहा है जिसका कार्यभार इस सोसाइटी का तथाकथित प्रधान प्रदीप सूद कर रहा है। इस हैंड पम्प से लगभग 25-30 घरों को पानी का कनेक्शन दिया गया है।
इंडिया रिपोर्टर टुडे से अपनी तकलीफ व शिकायत सांझा करते हुए उपभोक्ताओं ने बताया कि उक्त व्यक्ति मनमर्ज़ी से सबसे कनेक्शन के पैसे वसूलता है तथा समय- समय पर रिपेयर आदि के बहाने भी धन उगाहता रहता है जिसकी कोई रसीद आदि नहीं दी जाती। हैंड पम्प की मोटर चलाने का एकाधिकार भी इस व्यक्ति ने अपने पास रखा हुआ है। वह अपनी इच्छानुसार पानी की मोटर चलाता है जिससे लोगों की ज़रूरत पूरी नहीं हो पाती। वे भारी परेशानी झेल रहे हैं। उनकी किसी भी बात को उक्त व्यक्ति नहीं सुनता तथा पिछले कई वर्षों से हमेशा अपनी मनमानी करता आ रहा है।
उपभोक्ताओं ने बताया कि उक्त व्यक्ति भेदभावपूर्ण तरीके से लोगों को पानी की सप्लाई देता है तथा खुद के लिए पानी प्राप्त करने हेतु कथित अवैध तरीके अपनाता है।
अभी हाल ही नें जब NHAI की टीम उसके अवैध संक्रमण की पैमाईश कर रही थी तो पाइप को पीछे किया जाना तब भी प्रदीप ने छोटे से खुदाई के काम के लिए उपभोक्ताओं से तानाशाह पूर्ण तरीके से भारी भरकम धन की उगाही की।
जब उपभोक्ताओं ने कहा कि जो पौने लाख के करीब वह पैसा वसूलता है उसका प्रयोग कहां होता है तो उसने मनमानी करते हुए उनसे झगड़ा मोल ले लिया और कहा कि वे उससे हिसाब मांगने वाले होते कौन हैं तथा पैसे के व्यय का हिसाब देने से साफ इनकार कर दिया, और कहा कि मैं कोई हिसाब नहीं दूंगा। इससे स्पष्ट होता है कि यह व्यक्ति समाजसेवा की आड़ में लाखों रुपए मासूम लोगों का खून चूस-चूस कर अवैध तरीके से लूट रहा है जिसकी विभागीय जांच अतिआवश्यक है।
उपभोक्ताओं ने कथित संदेह व्यक्त किया है कि इस मोटाराइज़्ड हैंड पम्प (विद्युत चलित नलकूप) के संचालन में जबरदस्त गोलमाल हो रहा है तथा आज तक लाखों रुपए जा घोटाला होने की आशंका जताई जा रही है क्योंकि उक्त व्यक्ति कोई हिसाब नहीं देता।
उपभोक्ताओं ने एक्सईएन जलशक्ति विभाग पालमपुर से प्रार्थना की है कि उन्हें न्याय दिलाया जाए तथा इस हैंड पम्प का संचालन विभाग अपने हाथों में लेने की कृपादृष्टि करे।
हालांकि वार्ड नंबर 10 में ही आई हॉस्पिटल के साथ एक और हैंड पम्प कार्य कर रहा है जिसका प्रबंधन उच्च कोटि का है। लोग संतुष्ट हैं।
इसी तरह अगर विभाग आधे हैंड पम्पों का संचालन अपने हाथों में ले ले तो जलसंकट खत्म किया जा सकता है।
इससे लोगों को अनेक लाभ मिलेंगे। जानकारी के अनुसार जो व्यक्ति प्रतिवर्ष हज़ार-डेढ़ हज़ार रुपए देता है वह भी माफ हो जाएगा। पानी की फ्री सप्लाई होगी और वह भी दिन में मात्र 1-2 घंटे नहीं बल्कि 24 घंटे। पूरा रखरखाव व सफाई की व्यवस्था भी विभाग करेगा। किसी को कोई टेंशन नहीं। संचालक की तानाशाही और मनमानी ख़त्म। घोटाले का भी कोई स्कोप नहीं। पर्याप्त मात्रा में हर समय पेयजल आपूर्ति मिलेगी।
लोगों ने XEN महोदय से गुहार लगाई है कि अतिशीघ्र इस हैंड पंप का संचालन अपने हाथों में लेकर उन्हें उक्त व्यक्ति की मनमानी से छुटकारा दिलाएं तथा लाखों रुपए की अनियमितताओं का भी भंडाफोड़ हो सके।
ज्ञात रहे, जिस हैंड पम्प से 10-20-25 लोग पानी प्राप्त कर रहे हैं वह भी जंगयुक्त अशुद्ध जल, यदि विभाग इसका अधिग्रहण कर लेता है तो इससे सैंकड़ों लोगों का भला होगा तथा पानी भी स्वच्छ मिलेगा क्योंकि विभाग समय-समय पर हैंड पंप की सफाई करवाता रहता है।
पेयजल उपभोक्ताओं ने विभाग से हैंड पम्पों के अधिग्रहण की प्रार्थना की है ताकि उन्हें राहत मिल सके।