प्रवीण शर्मा समानता के हक की बात करता है ।सँघर्ष जारी है जारी रहेगा ।
6 दिन भूखे रहकरअगर हम जिंदा है तो यही प्रमाण है कि हम आपकी नही अपनी लड़ाई लड़ रहे हैं क्योंकि जब हम जीत जाएंगे तो आप जय जय कार करँगे और अगर हार गए तो आप हमारी फोटो पर हार रख कर मुद्दे पर राजनितिं करँगे ।
मुझे खुद अहसास होता है कि पालमपुर से कन्या वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला , बन्दला वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला व सभी एनपीएस कर्मी जो आईपीएच विभाग , साथ ही लगते जंगलात विभाग , बिजली विभाग व अन्य अपनी भूख मिटाने के लिए आए पर उनके अधिकार के लिए बैठा एक व्यक्ति उन्हें देखता रहा जिसने पानी पीकर व कुत्तों को भगाकर अपनी राते काटी ।
आज भी लिखने की ताकत रखता हूँ कि इन साथियों ने भंडारा दिल भर कर खाया पर साथ ही इनकी पुरानी पेंशन पर भूखे बैठे साथी को छुप-छुपा कर देख कर चले गए ।
पूछना बनता है कि क्या डीडीओ की अनुमति से या कौन सी छुट्टी के माध्यम से यह लोग भंडारा खाने आए ।।
आज अध्यापकों को बुरी नजरों से लोग देखते है क्योंकि अध्यापक स्वार्थी होते हैं वे सिर्फ स्टाफ रूम तक ही सीमित हैं ।। जो अध्यापक लोग अपने अधिकारों की रक्षा के लिए नही लड़ सकते तो बताए वे किस प्रकार से देश निर्माता है । अगर हैं तो अपना सत्यापन करें ।
दुखद स्तिथि जब एक अध्यापक अपने ही साथी को उठवाने की कोशिश करता है । जो अपने अधिकारों की रक्षा नही कर पाए वे क्या बच्चों को शिक्षित कर पाएंगे ।
प्रवीण ने कहा कि ढींगे हांकने वाले शिक्षक जब अपने ही साथी को उठवाने की कोशिश करते हैं तो लगता है कि आज का अध्यापक देश निर्माता नही बल्कि एक कठपुतली है जो सिर्फ घर के साथ ही अपनी सेवाएं देना चाहते है और चाटुकारिता के चलते गरीब बच्चो का भविष्य खराब कर रहे हैं । जो लोग फ्री की धाम बिना अनुमति के खाने आ सकते थे तो उनका फर्ज बनता था कि एक भूखे व्यक्ति को होंसला देते । पर होंसला तो देना दूर बल्कि मोर्चा की भूख हड़ताल को खत्म करने की साजिश रच दी । प्रवीण शर्मा ने कहा कि जिन लोगों ने लाखों की गाड़ियां खरीद ली कुछ लोग तो कोठियां बना रहे है क्योंकि एनपीएस कर्मी अपनी धन वर्षा उन पर कर रहे है और करते रहेंगे क्योंकि इसी को भारत कहते हैं जहां ठगने वाले को मालिक व न ठगने वाले को चोर की संज्ञा मिलती है।
घरों के पास डटे अध्यापक साथी अभी भी अपना कर्तव्य पूर्ण करें क्योंकि अब मेरी लड़ाई उन लोगों के खिलाफ है जो वर्षो से घरों के पास अपनी सेवाएं दे रहे हैं । मोर्चा किसी भी व्यक्ति का बुरा नही चाहता पर मोर्चा के बुरा चाहने वालों का साथ भी नही देता ।।