अधिकारों की रक्षा के लिये लिया जाएगा आरएसएस का सहयोग : प्रवीण शर्मा

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न्यू मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन संघ भारत के राष्ट्रीय अध्यक्ष पी सतेंद्र सिंह तिवारी ने पूरे देश के सभी राज्यों के एनपीएस कर्मियों व संगठनो से आग्रह किया कि 24 सितम्बर से  एक अक्टूबर तक सभी संगठन आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत जी को ज्ञापनों के जरिये एनपीएस कर्मियों की पीड़ा बताएं । आर एस एस ने भी एनपीएस कर्मियों के साथ हो रहे भेदभाव को सुना है ।इस अवसर पर अखिलेश शर्मा , गिरिराज सिंह भदौरिया , पवन द्विवेदी , महेश पांडे,  धीरज शुक्ला , महेंद्र त्रिपाठी ने आर एस एस के माध्यम से ज्ञापन सौंपने की बात रखी है । उनके अनुसार 1925 में आर एस एस का गठन विदेशी ताकतों से भारतीयों को बचाने के लिए हुआ था और आज भी जिस प्रकार से अधिकारों को छीना जा रहा है ऐसी स्तिथि में आर एस एस का सहयोग लेना अति आवश्यक हो गया है।

हिमाचल प्रदेश न्यू मूवमेंट फार ओल्ड पेंशन संघ शाखा के राज्य अध्यक्ष प्रवीण शर्मा , राज्य प्रवक्ता रविन्द्र शर्मा मल्लू , राज्य उपाध्यक्ष अनूप वालिया ,राज्य महासचिव रजिंदर स्वदेशी , राज्य वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमर शर्मा , राज्य महिला विंग अध्यक्ष रीता शर्मा , राज्य महासचिव उपासना वालिया , कुलजीत राणा , श्याम सुंदर , कमला देवी , तीर्थ सिंह व अन्य ने भी आर एस एस के माध्यम से पेंशन मुद्दे पर ज्ञापन सरकार के समक्ष भेजने के लिए सभी एनपीएस कर्मियों से आग्रह करते हुए कहा कि एनपीएस के तहत कटने वाला फंड बड़े बड़े अमीरों की तिजोरियों में कैद है अमीरों को मालामाल बनाने के लिए ही यह स्कीम लांच हुई है । इस वक्त हर एनपीएस कर्मी अपने ही पैसे से बंचित है जरूरत पड़ने पर ,बच्चों की पढ़ाई के समय और शादियों के वक्त में एनपीएस के तहत कटने वाले फंड से बंचित है । पांच साल में एक बार ही 25 फीसदी पैसा निकल पाता है और इसे निकलवाने की प्रक्रिया इतनी जटिल है कि लोगों के जूते घिस जाते है । यह पैसा हर महीने विभिन्न विभागों के डीडीओ के माध्यम द्वारा काटा जाता है परन्तु कोषाधिकारी व डीडीओ जरूरत पड़ने पर इस पैसे को निकलवाने में असमर्थ हैं । पुरानी पेंशन ही सही हल है ऐसे में हिमाचल प्रदेश के एनपीएस कर्मी भी इस ज्ञापन अभियान में साथ दें अगर आरएसएस के मुख्यालयों में नही जा सकते तो एक रजिस्टर लैटर द्वारा आर एसएस प्रमुख मोहन भागवत जी को एनपीएस कर्मियों का दर्द बताएं ।

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