किस तरह उडाई जा रही हैं यहाँ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां 

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किस तरह उडाई जा रही हैं यहाँ माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत मिशन की धज्जियां 

Rajesh Suryavanshi
editor-in-chief

…. यह सर्वविदित है जहाँ 02 अक्टूबर को राष्ट्र पिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय लाल बहादुर शास्त्री जी की जयन्ती के रूप में मनाया जाता है वहीं 02 अक्टूबर भारत वर्ष के प्रधानमंत्री परम आदरणीय श्री नरेन्द्र भाई मोदी जी के ड्रीम प्रोजेक्ट स्वच्छ भारत मिशन ( क्लीन इण्डिया ) के रुप में भी मनाया जाता है।

यह विचार व्यक्त करते हुए समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था के अध्यक्ष एवं पालमपुर के पूर्व विधायक प्रवीन कुमार ने कहा कि आज से पूरे भारत वर्ष में जगह जगह चलाये जा रहे क्लीन इण्डिया अभियान की कडी में प्रधानमंत्री जी के इसी आह्वान पर समाज सेवा में समर्पित इन्साफ संस्था ने प्राकृतिक के आपार सौन्दर्य से भरपूर पालमपुर स्थित विन्द्रावन के जंगल को स्वचछ मिशन में शामिल किया है। जहां गंदगी का आलम यह था कि इस राह से गुजरने वाले हर राही का बदबू से माथा फटा जाता था।

परिणामस्वरूप हर किसी को यहाँ से नाक दबाकर निकलना पडता था । इन्साफ के अध्यक्ष ने बताया कि हरे भरे खूबसूरत इस जंगल के प्रदयूषित वातावरण एवं स्थानीय जनता की इसी गम्भीर समस्या के दृष्टिगत इन्साफ संस्था ने इस गन्दगी के ऊपर हाथ डाल कर बडे पैमाने पर सफाई अभियान को मूर्त रुप दिया ।

इस तरह इस क्षेत्र को साफ सुथरा करके इस जंगल का नाम भी संस्था ने ” शहीद कैप्टन बिक्रम बत्रा वन विहार ” के नाम से प्रस्तावित किया । प्रवीन कुमार ने बताया बाकायदा इसी जंगल परिसर में संस्था ने अपने सालाना वन महोत्सव के माध्यम से बतौर मुख्य अतिथि पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय श्री शान्ता कुमार जी व शहीद बिक्रम बत्रा के परम पूजनीय माता पिता जी के कर कमलों से “बिक्रम बत्रा नामक वाटिका” में पौधा रोपण करवाया ।

इन्साफ के अध्यक्ष ने क्षेत्रीय प्रदयूषण कन्ट्रोल बोर्ड धर्मशाला के ध्यानार्थ लाया है कि इसी सफाई अभियान के दौरान जिस तरह उनकी अध्यक्षता में तहसीलदार पालमपुर , वी एम ओ गोपालपुर , खण्ड विकास भवारना , लोक निर्माण ,जल शक्ति व वन विभाग के प्रतिनिधियों ने इस जंगल में गन्दगी फैलाने बाले पोल्ट्री फार्म के नाम से चलाये जा रहे बुचडखाने का मोका मुआयना कर लिखित चेतावनी दी । बावजूद उसके उन्होंने फिर यहाँ गन्दगी फैलाना ही शुरू नहीं की है बल्कि बूचडखाने के गन्द की निकासी के लिए खूनी पाईप को अंडर ग्रांउड दबाकर किस तरह नाले में डाला है यह कृत्य महामारी को बहुत बडा बुलावा है। कैप्सन :- नगर निगम पालमपुर के अन्तर्गत वार्ड न. 07 के क्षेत्राधिकार में आने वाले इस हरे भरे खूबसूरत जंगल में गन्दगी के ढेर व बूचडखाने से मूर्गे के फैंके अवशेष ।

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