पालमपुर
राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव प्रेम पॉल रांटा ने कहा कि प्रदेश में प्रत्येक नागरिक को न्याय मिले इसी उद्देश्य की पूर्ति को राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण कार्य कर रहा है।
उन्होंने कहा कि पैसे की कमी के कारण कोई न्याय से वंचित न रहे। इसके लिए निशुल्क कानूनी सलाह व सहायता का प्रावधान किया गया है। उन्होंने बताया कि विधिक प्राधिकरण आर्थिक दृष्टि से गरीब, पिछड़े और कमजोर वर्ग, अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, बूढ़े माता-पिता, असहाय महिलाओं व बच्चों को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान की जा रहा रही। अन्य पात्र व्यक्ति, दिव्यांग व्यक्ति और जिनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, वे भी निशुल्क कानूनी सहायता के लिए पात्र हैं।
रांटा सोमवार को राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण और जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कांगड़ा द्वारा संयुक्त रूप से चौधरी सरवन कुमार कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर में पैन इंडिया अवेयरनेस एवं आउटरीच अभियान’ के तहत आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि न्याय ग्रामीण स्तर तक और आम आदमी तक पहुंचे इसके लिये सभी को सामूहिक प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने कहा की आम आदमी की सुविधा के लिये प्रदेश सभी डाकघरों में जानकारी उपलब्ध करवाने के साथ-साथ कानूनी सहायता के लिये निःशुल्क लिफाफे में डाक भिजवाने की व्यवस्था उपलब्ध है। उन्होंने कहा कि आम नागरिकों को उनके कानूनी अधिकारों एवं कर्तव्यों को लेकर जागरूक करने पर विधिक सेवा प्राधिकरण का विशेष बल है।
इस अवसर पर राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के सदस्य सचिव प्रेम पॉल रांटा और जिला एवं सत्र न्यायाधीश योगेश जसवाल ने हितधारकों से संवाद भी किया और विभिन्न विषयों पर लोगों के मनों में उत्पन्न संकाओं का समाधान बताया।
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कार्यक्रम में ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण कांगड़ा की सदस्य सचिव विजय लक्ष्मी ने स्वागत करते हुए कार्यक्रम के उद्देश्य पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि इस तरह के शिविरों का उद्देश्य हर व्यक्ति को न्याय सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि हमें अधिकारों के साथ साथ नागरिक कर्तव्यों का बोध होना भी जरूरी है। उन्होंने परिवारों को बचाने के लिए विवाद होने पर आपसी सुलह समझौते का मार्ग अपनाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में अध्यक्ष ज़िला विधिक सेवा प्राधिकरण एवं ज़िला तथा सत्र न्यायाधीश योगेश जसवाल, प्रदेश विधिक सेवा प्राधिकरण के प्रशासनिक अधिकारी हितेंद्र शर्मा, मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी यजुविन्दर सिंह, सिविल जज ऋतु सिन्हा, एसडीएम पालमपुर डॉ अमित गुलेरिया, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष मृदुल नाग, अधिवक्तागण, पैरा लीगल वालंटियर और आंगनवाड़ी कार्यकर्ता तथा अन्य हितधारक व अधिकारी मौजूद रहे।