प्रेस क्लब कुल्लू में हिमतरु द्वारा आयोजित साहित्यिक संगोष्ठी सम्पन्न, घाटी के दर्जनों कवि-लेखकों, पत्रकारों व विचारकों ने लिया भाग
प्रेस क्लब कुल्लू में हिमतरु द्वारा आयोजित साहित्यिक संगोष्ठी सम्पन्न,
घाटी के दर्जनों कवि-लेखकों, पत्रकारों व विचारकों ने लिया भाग
कुल्लू
हिमतरु प्रकाशन समिति द्वारा आयोजित एक दिवसीय साहित्यिक संगोष्ठी का आयोजन प्रेस क्लब कुल्लू में आयोजित किया गया जिसमें घाटी के दर्जनों कवि-लेखकों, पत्रकारों, कला-संस्कृति एवं पर्यावरण प्रेमियों ने अपने विचार सांझा किये।
इस कार्यक्रम में जिला परिषद् के अध्यक्ष पंकज परमार बतौर मुख्य-अतिथि थे जबकि हिमतरु की सभापति इंदु पटियाल ने अध्यक्षता की। संगोष्ठी में सेवानिवृत्त लोक संपर्क
अधिकारी शेर सिंह, प्रेस क्लब के प्रधान धनेश गौतम, सत्यपाल भटनागर, सतीश
लोपा ने विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया।
कार्यक्रम का अगाज़ चर्चित लोकगायक खूबराम कपूर ने माता रेणुका के भजन जय
जय रेणुका माहामाई ऐ.. से से किया। उसके उपरांत युवा कवयित्री इंदु भारद्वाज ने नारी अस्मिता पर अपनी कविता ..स्त्रियां जब तूफानों की ओर प्रस्तुत कीं। वयोवृद्ध लेखक सत्यपाल महाशय ने अपने जीवन के अनुभव पर आधारित कविता ‘कब बीता बचपन, कब आई जवानी., नवोदित कवि केशन तिवारी ने
कुल्लुवी कविता, वरिष्ठ लेखिका सुमन सिक्का ने तन्हाई के लम्हें, युवा कवयित्री अनुरंजनी ने मां अभी तेरी कोख में, स्वर कोकिला सरला चम्बयाल ने पहाड़ी लोकगीत, युवा विचारक लग्न ने किशोर व्यस्क हो गया, पत्रकार कमलेश वर्मा ने कागज पे कलम, युवा कहानीकार साहिल ने अपनी नई कहानी का सार प्रस्तुत किया।
पत्रकार आशा डोगरा ने सराजी लोकगीत निरमण्डा बसी गई प्रस्तुत कर सबको मंत्रमुग्ध किया। लेखक किशन श्रीमान ने कविता यह मैं तुम्हें देना चाहता हूं प्रस्तुत की।
इस अवसर पर हिमतरु की चेयरपर्सन इंदु पटियाल ने समिति द्वारा किये जा रहे
साहित्यिक, सांस्कृति एवं सामाजिक कार्यों को लेकर विस्तृत जानकारी दी तथा भविष्य की योजनाओं द्वारा अवगत करवाया।
कार्यक्रम के मुख्य-अतिथि एवं जिला परिषद् के अध्यक्ष पंकज परमार ने इस अवसर पर आयोजकों को बधाई एवं शुभकमानाएं देते हुए कहा कि हिमतरु द्वारा
किये जा रहे साहित्यिक, सांस्कृतिक, पर्यावरण संबंधी गतिविधियां एवं सामाजिक कार्य सराहनीय है।