सच्ची मानव सेवा से बढ़ कर कोई धर्म नहीँ : प्रिंसीपल सुरेश जम्वाल पालमपुर

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सच्ची मानव सेवा से बढ़ कर कोई धर्म नहीँ : प्रिंसीपल सुरेश जम्वाल
पालमपुर


वरुण शर्मा
ज़िला कांगड़ा के अप्पर दत्तल टिककर के निवासी श्री सुरेश जम्वाल जो अभी हाल ही में Co-Education Govt. Senior Secondary School घुग्गर से प्रिंसिपल के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं, मानव सेवा को ही अपना परम धर्म मानते हैं। वह कहते हैं कि मानव सेवा से बढ़ कर कोई धर्म नहीं है।
प्रिंसिपल श्री सुरेश जम्वाल भारतीय सेना में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
बाद में शिक्षा के क्षेत्र में कदम रखा तथा बालकरूपी, भवारना, धर्मशाला में अकैडमिक ऑफिसर के रूप में अपनी सेवाएं दीं।
तत्पश्चात लेक्चरर के पद पर पदोन्नत होकर गवर्नमेंट सीनियर सैकंडरी स्कूल जालग, ज़िला सिरमौर के GSS कफोटा, पंजालग, मंडी, GSSS Co-Ed घुग्गर, पालमपुर, GGSSS पालमपुर तथा घुग्गर से ही सेवानिवृत्त हुए।
श्री जम्वाल कहते हैं कि उन्होंने अपने जीवन में अध्यापन, स्पोर्ट्स, देश सेवा व सोशल सर्विस को ही अपने जीवन का उद्देश्य बनाया। गरीब बच्चों के वह परम हितैषी रहे हैं।
प्रिंसीपल सुरेश जम्वाल ने कई ज़रूरतमंद लोगों को पेंशन लगवाई।
उन्होंने अनेक गरीब बेटियों के विवाह करवाए। कोविड काल में लगभग 150 परिवारों को राशन मुहैया करवाया। सोशल सर्विस के क्षेत्र में उन्हें मुम्बई में पुरस्कृत भी किया जा चुका है।
इतना ही नहीं, एडुकेशन बोर्ड धर्मशाला में बेहतरीन सेवाएं देने हेतु उन्हें Appreciation Award भी दिया गया। वह District Sports Association के प्रेजिडेंट भी रहे।
उन्होंने अपने सेवा काल के दौरान कई बच्चों को गोद लेकर उनका भाग्योदय किया।
गरीबों के हितों की रक्षा करने में वह सदा अग्रणी रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि उनके दो बेटे Sunny व Summi Jamwal नेविगेशन ऑफिसर के पद पर कार्यरत हैं।
उनकी धर्मपत्नी श्रीमती बीना जम्वाल पूर्व बीडीसी मेम्बर रही हैं तथा समाज सेवा में प्रयत्नशील रहती हैं।
India Reporter परिवार ईश्वर से श्री सुरेश जम्वाल व उनके परिवार के सुखद भविष्य की कामना करता है।

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