आज घोषित तबादला नीति के संदर्भ में यशस्वी, प्रगतिशील एवं कर्तव्यनिष्ठ मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविन्दर सिंह जी के साथ हुई संक्षिप्त ऑनलाइन वार्ता के संपादित अंश :-
–प्रथम अक्टूबर से प्रदेश में तबादलों पर प्रतिबंध लगने के पीछे क्या कारण है?
मुख्यमंत्री: पहली अक्टूबर से प्रदेश में तबादलों पर प्रतिबंध लगने का मुख्य कारण सरकार की सुरक्षा और प्रशासनिक व्यवस्था को मजबूत करना है। यह निर्णय सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है कि तबादलों को लेकर विशेष परिस्थितियों या आपदा के समय प्रशासनिक कार्यों को सही तरीके से मैनेज किया जा सके।
–प्रतिबंध के तहत कौन-कौन से अधिकारी तबादलों को कर सकेंगे?
मुख्यमंत्री : प्रतिबंध के तहत, पहली अक्टूबर के बाद सिर्फ मुख्यमंत्री ही कर्मचारियों और अधिकारियों के तबादले कर सकेंगे। इसका मतलब है कि अगस्त और सितंबर माह के दौरान अन्य अधिकारी तबादले नहीं कर सकेंगे।
क्या इस प्रतिबंध के बाद भी कर्मचारियों के तबादले हो सकेंगे?
मुख्यमंत्री : हां, प्रतिबंध के बावजूद, कर्मचारियों के तबादले हो सकेंगे, लेकिन इसके लिए मुख्यमंत्री की अनुमति आवश्यक होगी। सरकार ने अगस्त माह में सामान्य तबादलों के लिए प्रतिबंध हटाने का निर्णय लिया था, जिसके तहत कर्मचारी सीधे अपने विभाग के पास आवेदन कर सकते हैं।
इस प्रतिबंध में बरसात के कारण आई आपदा का कैसे महत्व है?
मुख्यमंत्री: :
जान लीजिए, पहली अक्टूबर से प्रदेश के अंदर तबादलों पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय सरकार की सुरक्षा और प्रशासनिक क्षमता को मजबूत करने का उद्देश्य रखता है, खासकर आपदा जैसे संदर्भों में। 1 अक्टूबर के बाद सिर्फ मुख्यमंत्री को ही तबादलों की मंजूरी देने का अधिकार होगा, इससे महत्वपूर्ण समयों में कर्मचारियों के प्रबंधन को बेहतर बनाया जा सकेगा, जैसे कि प्राकृतिक आपदाओं के दौरान। इस निर्णय का उद्देश्य विशेष रूप से आपदा प्रबंधन और राहत प्रयासों को प्रभावी रूप से बनाने के साथ-साथ मॉनसून और अन्य आपदाओं के प्रभाव को ध्यान में रखने का है।