







राजेश गुप्ता ‘रॉकी’ – शिक्षा और राजनीति के अद्भुत संगम

राजनीति और शिक्षा, दोनों ही समाज के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण स्तंभ हैं।
इन दोनों क्षेत्रों में संतुलन बनाए रखना हर किसी के बस की बात नहीं, लेकिन राजेश गुप्ता ‘रॉकी’ जी ने इसे अपने जीवन का आधार बना लिया है। वे न केवल एक कर्मठ राजनीतिज्ञ हैं बल्कि एक उत्कृष्ट शिक्षाविद भी हैं, जिन्होंने शिक्षा और सामाजिक सेवा के माध्यम से समाज को नित नए आयाम दिए हैं।
शिक्षा के क्षेत्र में अतुलनीय योगदान
राजेश गुप्ता ‘रॉकी’ जी ने शिक्षा को एक मिशन की तरह अपनाया और इसे आगे बढ़ाने के लिए प्रियदर्शिनी सीनियर सेकेंडरी पब्लिक स्कूल की स्थापना की। यह केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि उनके विचारों और मूल्यों का प्रतीक है। उन्होंने इस विद्यालय का नाम श्रीमती इंदिरा गांधी जी के सम्मान में रखा, जिनसे उन्हें विशेष लगाव था। यह उनकी दूरदृष्टि और श्रद्धा का प्रमाण है कि वे आज भी इंदिरा जी के आदर्शों को जीवित रखते हुए शिक्षा का प्रचार-प्रसार कर रहे हैं।
वे शिक्षा को केवल किताबी ज्ञान तक सीमित नहीं रखते, बल्कि बच्चों को नैतिकता, संस्कार और समाज सेवा की सीख भी देते हैं। उनके नेतृत्व में यह विद्यालय न केवल उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान कर रहा है, बल्कि छात्रों को सच्चा नागरिक बनाने का कार्य भी कर रहा है।
राजनीति में अटूट निष्ठा
राजेश गुप्ता ‘रॉकी’ जी पिछले चार दशकों से कांग्रेस पार्टी से जुड़े हुए हैं और पार्टी के प्रति उनकी निष्ठा अटूट रही है। वे उन गिने-चुने नेताओं में से हैं जिन्होंने कभी भी स्वार्थ या लाभ के लिए पार्टी से गद्दारी नहीं की। चाहे पार्टी मुश्किल दौर में रही हो या सत्ता में, उन्होंने हमेशा कांग्रेस का साथ दिया। यही कारण है कि राष्ट्रीय कांग्रेस के शीर्ष नेता भी उनके समर्पण और ईमानदारी की सराहना करते हैं।
वे जमीनी स्तर पर राजनीति करने में विश्वास रखते हैं और आम जनता से गहरा जुड़ाव बनाए रखते हैं। उनका मानना है कि राजनीति का असली उद्देश्य जनता की सेवा करना है, न कि केवल सत्ता प्राप्त करना। वे हर जरूरतमंद की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहते हैं और जो भी उनके पास मदद के लिए आता है, वह कभी खाली हाथ नहीं लौटता।
जिंदादिल और समाजसेवा में अग्रणी