CSK HPKV पालमपुर में चल रहा है बड़ा अजीब सा विवादास्पद प्रकरण… हैड ऑफिस कहीं और स्टाफ़ कहीं और।

How is it possible during model code of conduct which is upto 12 December?

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RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief, HR MEDIA GROUP, 9418130904, 8988539600

चौधरी सरवान कुमार हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय में आजकल अजीब सी परिस्थिति चल रही है जिसे देखकर अचंभित होना स्वाभाविक है।

हालात कुछ यूं हैं कि कहीं पे निगाहें कहीं पे निशाना।

रीजनल रिसर्च स्टेशन कुकुमसेरी लाहौल स्पीति से ऑफिस स्टाफ बजौरा और साइंटिस्ट इंचार्ज और साइंटिस्ट को पालमपुर शिफ़्ट कर दिया गया है जबकि उसका सारा स्टाफ बजौरा में ही है और वहीं रहकर कार्य करेगा ।

अब सवाल उठता है कि जब साइंटिस्ट इंचार्ज और एक अन्य साइंटिस्ट अकेले ही पालमपुर में रहेंगे और उनका सारा स्टाफ बजौरा में काम करेगा तो उनके बीच का तालमेल कैसे बैठेगा? है न विवादास्पद स्थिति और घालामाला।

आम तौर पर होता यूं है कि विंटर सीजन में पूरे ऑफिस को ही पालमपुर शिफ्ट कर देते हैं और सारा कार्य यहीँ से होता है लेकिन इस बार हुआ कुछ यूँ है कि साइंटिस्ट इंचार्ज और साइंटिस्ट पालमपुर में शिफ्ट होकर बैठे हुए हैं और आफिस सारा वजोउई में। काम कैसे चलेगा इन परिस्थितियों में?
यह आर्डर स्वयं वाइस चांसलर हिमाचल प्रदेश कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर द्वारा पारित किया गया है।

यह हपौटा के साथ बैठक में सर्वसम्मति से वाईस चांसलर ने यह निर्णय लिया था कि जो भी विंटर शिफ्टिंग होगी वह मात्र पालमपुर में पूर्णरूपेण ही होगी। सारा स्टाफ एक जगह बैठ कर ऑफिस का सारा काम निपटाएगा।

अर्थात जैसे पहले होता था इस बार भी वैसे ही होना चाहिए था। यह सारा काम एक जगह बैठकर हो जाता है दूसरी जगह शिफ्ट करने का मतलब नहीं बनता। यह कैसे संभव है कि शरीर कहीं और आत्मा कहीं।

साइंटिस्ट इंचार्ज डॉ पंकज और एक और साइंटिस्ट हैं उन्हें पालमपुर में शिफ्ट कर दिया गया है और जो अन्य स्टाफ जिसमें एक सीनियर असिस्टेंट जो कि प्रभावशाली व्यक्ति है तथा एक नेता का खासम खास है उसे बजौरा में रख लिया गया है । सारे प्रकरण का केंद्र बिंदु यही प्रतीत होता है।

 समझ नहीं आ रहा है कि यहां हो क्या रहा है बड़ी अजीब सी स्थिति है।

जब वाइस चांसलर ने स्वयं डिसाइड किया था कि विंटर शिफ्टिंग एक ही जगह यानि पालमपुर में होगी तो वर्तमान परिस्थितियों में साइंटिस्ट इंचार्ज अकेले बैठ कर क्या करेंगे जबकि सारा स्टाफ तो बिजोरा में होगा। सारा ऑफिस स्टाफ बजौरा में रहेगा, सारा प्रोजेक्ट स्टाफ वहीं पर होता है  जहां पर साइंटिस्ट इंचार्ज होता है वहीं से सारा कामकाज, सभी सेटलमेंट व ऑडिट आदी का काम चलता है लेकिन वर्तमान में जो चल रहा है वह समझ से परे की बात है मुख्य अथॉरिटी वाइस चांसलर ने ही यह निर्णय लिया था कि विंटर शिफ्टिंग पूरी की पूरी पालमपुर में ही होगी और बहुत सलीके से सारा कार्य निपटाया जाएगा।

एक बात फिर दोहरा दें कि जो भी सेटलमेंट होता है या जो भी ऑडिट का काम होता है वह हेड क्वार्टर में बैठकर ही निपटाया जाता है ।

मजे की बात इस बार यह है कि साइंटिस्ट इंचार्ज कहीं होगा और उसका सारा स्टाफ कहीं और  नियुक्त होगा। स्टाफ के लोगों का मानना है कि यह तो अंधेर नगरी चौपट राजा वाली लोकोक्ति चरितार्थ होती दिख रही है।

सबने मांग की है कि पूरा स्टाफ पालमपुर में ही तैनात किया जाए ताकि कार्य सुचारू रूप से चल सके।

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