रोशन रैना के घर दैहन मारंडा में श्रीमद् भागवत कथा और साईं बाबा की लीलाओं का स्मरण
- खुशखबरी
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दैहन मारंडा में श्रीमद् भागवत कथा और साईं बाबा की लीलाओं का स्मरण
दैहन मारंडा में 2 दिसंबर से 8 दिसंबर तक रोशन रैना और आरती रैना के निवास पर श्रीमद् भागवत कथा का हर्षोल्लास से विधिवत आयोजन किया गया।
कथा वाचन सुप्रसिद्ध कथा व्यास पंडित अनिल डोरू ने किया, जिनकी अद्भुत शैली ने हजारों श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
उल्लेखनीय है कि पंडित अनिल डोहरू पूरे भारत वर्ष में आज तक 3000 से अधिक कथाओ का आयोजन कर चुके हैं तथा बहुत जल्द विदेश मैं भी श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन करने की योजना है.
सात दिनों तक चलने वाले इस आयोजन में भक्तों ने कथा सुनकर पुण्य अर्जित किया और भक्ति का मार्ग अपनाने की प्रेरणा ली।
आयोजन के समापन दिवस पर भोग के बाद सैकड़ों श्रद्धालुओं ने भोजन प्रसाद ग्रहण किया।
आयोजक रोशन रैना ने इस धार्मिक आयोजन को समाज और सर्वांगीण कल्याण के लिए प्रेरणादायक बताया।
इस भव्य आयोजन में परिवार के सदस्यों साहिल, विशाल, रिया और शिप्रा रैना ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कथा समापन के अवसर पर श्री विनोद गुप्ता और श्रीमती सीमा गुप्ता को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया।
श्री विनोद गुप्ता, साईं सेवा समिति लंज जोन के जिला समन्वयक, ने भक्तों को संबोधित करते हुए साईं बाबा के जीवन और उनके चमत्कारों पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि साईं बाबा ने अपना पूरा जीवन मानवता की सेवा और धर्म के प्रचार-प्रसार में व्यतीत किया।
साईं बाबा, शिरडी के संत, को सभी धर्मों के श्रद्धालुओं द्वारा पूजनीय माना जाता है। उनका जीवन सादगी, प्रेम, और सेवा की मिसाल है। बाबा ने लोगों को जाति, धर्म, और समुदाय से ऊपर उठकर मानवता की सेवा करने का संदेश दिया। उनके प्रसिद्ध उपदेश “सबका मालिक एक” ने धार्मिक सौहार्द और सहिष्णुता की नींव रखी। बाबा ने दीन-दुखियों की मदद, बीमारों का उपचार, और जरूरतमंदों को मार्गदर्शन प्रदान कर समाज में एक नई चेतना जगाई। उनका कहना था कि “Why to fear, When In am here”
श्री विनोद गुप्ता ने साईं बाबा की चमत्कारिक लीलाओं का भी उल्लेख किया, जिनमें उन्होंने लोगों के संकट हर कर उन्हें ईश्वर पर विश्वास करने की प्रेरणा दी। उन्होंने बाबा की सिखाई सेवा और त्याग की भावना को अपनाने की अपील की।
इस आयोजन को सभी ने सफल और प्रेरणादायक बताया। कथा व्यास पंडित अनिल डोरू और रैना परिवार के प्रयासों को विशेष सराहना मिली। आयोजन ने श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक आनंद प्रदान करते हुए समाज में धार्मिक और नैतिक मूल्यों को प्रोत्साहित कया।
अंत में रोशन रैना ने सभी श्रद्धालुओं, मुख्य अतिथि तथा कथा व्यास पंडित अनिल डो हरु जी का दिल की गहराइयों से धन्यवाद किया! उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में अगली भागवत कथा का आयोजन श्री साईं मंदिर मनसिम्बल भवारना में आयोजित किया जाएगा.