रोटाब्लेशन तकनीक के साथ हृदय के गम्भीर मरीज बिना चीरा लगाए हो सकते हैं स्वस्थ

फोर्टिस अस्पताल मोहाली के हृदय के माहिर डाक्टरों की टीम ने जम्मू के एक 66 वर्षीय दिल के गम्भीर मरीज का रोटाब्लेशन तकनीक के साथ सफल उपचार किया

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रोटाब्लेशन तकनीक के साथ हृदय के गम्भीर मरीज बिना चीरा लगाए हो सकते हैं स्वस्थ

INDIA REPORTER TODAY 
PALAMPUR : B.K. SOOD,

Executive Editor

ह्रदय रोग विशेषज्ञ डाक्टर आर के जसवाल ने पालमपुर में वर्चुअल प्रेस वार्ता में  पत्रकारों को संबोधित करते हुए बताया कि फोर्टिस अस्पताल मोहाली के हृदय के माहिर डाक्टरों की टीम ने जम्मू के एक 66 वर्षीय दिल के गम्भीर मरीज का रोटाब्लेशन तकनीक के साथ सफल उपचार किया जिसकी तीन आर्टरीज बन्द थी जिसका उनकी अगुवाई में डॉक्टरों की टीम ने इस मरीज का उपचार किया, जिसकी तीन नसों में बहुत सख्त ब्लाकेज (पत्थरी जैसा) था।

डा. जसवाल ने बताया कि इस मरीज को एमरजैंसी की परिस्थिति में फोर्टिस अस्पताल लाया गया। उन्होंने कहा कि पहले उसको बाईपास सर्जरी की सलाह दी गई थी लेकिन डाक्टरों की टीम ने कट आदि लगाने की बजाए रोटाब्लेशन तकनीक  को प्राथमिकता दी। रोटाब्लेशन तकनीक के साथ पहले इस ब्लाकेज को तोड़ कर हटाया गया और फिर मरीज की आर्टरीज़ में स्टंट डाले गए मरीज के स्वस्थ होने पश्चात उसे अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

रोटाबलेशनइस की इस नवीन तकनालोजी बारे बताते हुए डा. आरके जसवाल ने कहा कि दिल की बीमारियों के माहिर डाक्टर अपने अनुभव में विश्वास रखते हैं। उन्होंने बताया कि माहिरों के तुजुर्बे के साथ ही दिल की बीमारियों के उपचार के नए तरीके संभव हुए हैं। उन्होंने बताया कि फोर्टिस मोहाली का हृदय रोग विभाग  सेन्टर ऑफ एक्सलेंस का खिताब हासिल किए हुए है। उन्होंने कहा कि इस तकनीक से दोवारा ब्लॉकेज होने की बहुत कम संभावना रहती है। उन्होंने बताया कि बह हिमाचल के निवासी हैं तथा बह चाहते हैं कि हिमाचल के हार्ट के रोगियों को इस नई बिधि बारे जागरूक किया जाए ताकि बह स्वस्थ जीवन जी सकें।

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