रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा के सामने पर्यटन विभाग की आंखों में धूल झोंक कर धड़ल्ले से चल रहा गेस्ट हाऊस का अवैध धन्धा, विभाग खामोश, पर्यटन विभाग के चेयरमैन, कैबिनेट मिनिस्टर आरएस बाली से लगाई गुहार होटल व होमस्टे कारोबारियों ने
पर्यटन विभाग को लग रही करोड़ों की चपत




INDIA REPIRTER TIDAY : PALAMPUR

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रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा के सामने पर्यटन विभाग की आंखों में धूल झोंक कर धड़ल्ले से चल रहा गेस्ट हाऊस का अवैध धन्धा
पिछले लंबे समय से रोटरी आई हॉस्पिटल के सामने नेशनल हाईवे पर दो-तीन लोगों ने अपने घरों में गेस्ट हाउसों का अवैध धन्धा ज़ोरशोर से चलाया हुआ है। साधन संपन्न होने के बावजूद इन लोगों का लालच और पैसे की भूख इतनी बढ़ चुकी है कि वे दिन भर हॉस्पिटल में किसी न किसी बहाने घूमते रहते हैं तथा मौका लगते ही मजबूर लोगों को अपने जाल में फंसा कर मनमाना किराया वसूल रहे हैं। जिससे रोगी व तीमारदारों में भारी रोष पाता जा रहा है। उन्होंने अस्पताल प्रशासन से आग्रह किया है कि अवैध गेस्ट हाऊस संचालकों की गतिविधियों पर पैनी नज़र रखी जाए तथा उनकी एंट्री अस्पताल परिसर में स्ट्रिक्टली प्रतिबंधित की जाए ताकि मजबूर लोगों को लूटने से बचाया जा सके।
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बड़ी हैरानी की बात है कि अचैध धन कमाने की ललक लोगों में इतनी बढ़ चुकी है कि अच्छे संस्थानों से सेवानिवृत्त होने के बाद भी तथा बढ़िया बिज़नेस चलने जे बावजूद भी ये लोग किसी सहायक को अवैध गेस्ट हाऊस में न रखकर खुद भी साफ-सफाई कर रहे हैं, गंदे बिस्तर धो रहे हैं और यहां तक कि अन्य छोटी-मोटी ग्राहक सेवाएं देने के अतिरिक्त ग्राहकों का मलमूत्रादि भी स्वयं ही साफ कर रहे हैं।
हॉस्पिटल में आने वाले कई रोगियों ने शिकायत की है कि उन्हें ज़बरदस्ती बहला-फुसला कर ले जाते हैं यह धन के लोभी अपने साथ और फिर खूब धन ऐंठते हैं।
इस अवैध धंधे के चलते जिन व्यवसायिक परिसर नालिकों ने पर्यटन विभाग से लाइसेंस ले रखा है उन्हें भी मोटी चपत लग रही है। उनका खर्चा भी पूरा नहीं हो पा रहा है।
सभी प्रभावित लोगों ने पर्यटन विभाग के चैयरमैन आरएस वाली से आग्रह किया है कि गुपचुप तरीके से चल रहे इन अवैध गेस्ट हाउसों पर छापेमारी करके लोगों को उनके चंगुल में फंसने से वचाया जा सके। उन पर नकेल कसना इसलिए भी ज़रूरी है ताकि पर्यटन विभाग की आय में बढ़ोतरी हो तथा जिन लोगों ने करोड़ों रुपए व्यय कर् के होमस्टे व होटलों का निर्माण किया है, उन्हें इन्साफ मिल सके।



