डॉ. शिव की कुर्बानियों का क्या यही दुःखद अंत होना था…. डॉ. शिव के अलविदा कहते ही लूट और बदइंतजामी का शिकार हो गया यह उत्तरी भारत का श्रेष्ठ आई हॉस्पिटल : डॉ. लेख राज शर्मा
कभी चमचमाते Eye Hospital का आज यह हश्र
क्या यही दुःखद अंत होना था डॉ शिव की कुर्बानियों का…
राजेश जी! कहीं ऐसा न हो कि ” कल चमन था आज एक सहरा हुआ …..देखते ही देखते ये क्या हुआ “
Dr. LEKH RAJ SHARMA
* Renowned Social Worker & Writer of Repute from Palampur
एक ईमानदार , समर्पित , निष्कपट सेवक भगवान जी की कृपा से कितना शक्तिशाली होता है इसका अंदाजा हम सेवा , समर्पण की सौम्य मूर्त स्वर्गीय पूजनीय डाक्टर शिव कुमार जी के व्यक्तित्व से लगा सकते हैं जिस एक की कमी से करोड़ों के अंतरराष्ट्रीय संस्थान की सेवाएं हांफने ही नहीं लगी मगर संस्थान लूट और बदइंतजामी का शिकार हो गया, प्रबंधन को चाहिए की जल्द से जल्द व्यवस्था में सुधार कर अपनी साख भी बचाए, हस्पताल की सेवाओं में भी कोई कमी न आए और डाक्टर साहब जी की आत्मा को एक शांति सन्देश भेजने की कोशिश भी हो , इन लोगों ने मौज ही मौज देखी है डाक्टर साहब जी की मेहनत हमारी तरह देखी होती तो शायद ऐसा न होने देते। डॉ शिव की एक मूर्ति तक स्थापित नहीं कर पाई नई फाउंडेशन।