चेयरमैन के.जी. बुटेल ने रोटरी आई हॉस्पिटल को बना डाला सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, हिमाचल प्रदेश ही नहीं पूरे भारत में आंखों के इलाज के लिए वरदान साबित हो रहा है रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा, बहुत जल्द आधा करोड़ ओपीडी करने का पूरा होगा लक्ष्य
हिमाचल प्रदेश में आंखों के ईलाज के लिए रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा बना एक वरदान
INDIA REPORTER TODAY BUREAU
PALAMPUR
RAMESH BHAU,
Chief Editor
यूं तो हिमाचल प्रदेश में आंखों के विभिन्न रोगों के ईलाज के लिए कई अस्पताल मौजूद हैं लेकिन मेला मल सूद रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा एकमात्र ऐसा अस्पताल है जो सुपर स्पेशियलिटी सुविधाएं प्रदान करने में पूरी तरह सक्षम है। यह अस्पताल प्रदेश में आंखों के जटिल से जटिल रोगों के ईलाज के लिये अग्रणी है तथा एक वरदान साबित हो रहा है। चेयरमैन श्री केजी बुटेल की सकारात्मक सोच की वजह से यह अस्पताल सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल बन कर उभरा है।
रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा में जो अति आधुनिक मशीनें और उपकरण इस अस्पताल में कार्यरत हैं वे प्रदेश में अन्य किसी भी संस्थान में नहीं हैं।
इन मशीनों का उपयोग करके आंखों के सभी प्रकार के ईलाज किए जा सकते हैं। यहां के डॉक्टर और सर्जन देश और विदेश से प्रशिक्षित हैं और वे आंखों के ईलाज में विशेषज्ञ हैं।
रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा में अत्याधुनिक उपकरणों से आंखों की बेहतरीन जांच की जाती है।
उल्लेखनीय है कि यह प्रदेश का पहला ऐसा अस्पताल है जहां इस तरह की करोड़ों रुपए के व्यय से सृजित सुविधाएं उपलब्ध ह। यहां पर आंखों के इलाज के लिए न्यूनतम दाम में अच्छी गुणवत्ता वाली सेवाएं दी जाती हैं।
रोटरी आई हॉस्पिटल मरांडा में मोतियाबिंद की सर्जरी बिना टांके के लेज़र विधि से की जाती है।
यह प्रदेश का एकमात्र अस्पताल है जहां इस तरह की सर्जरी की जाती है। यहां पर आंखों की जटिल से जटिल बीमारियों का भी इलाज किया जाता है।
रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा में हिम केयर, आयुष्मान भारत और सरकारी योजनाओं का लाभ उठाया जा सकता है। इस समय तक अस्पताल ने लगभग 32 लाख ओपीडी और तीन लाख से अधिक सफल ऑपरेशन किए हैं।
कुछ अन्य अस्पताल रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा का नाम लेकर दुष्प्रचार करते हैं और अपने-अपने अस्पताल को इसकी ब्रांच बताते हैं। जबकि रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा की केवल धुसाडा, बीड और परागपुर में ही ब्रांच हैं। इसके अतिरिक्त कोई भी ब्रांच नहीं है।
रोटरी आई हॉस्पिटल मारंडा की कुछ विशेषताएं:
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सुपर स्पेशलिटी सुविधाएं
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अत्याधुनिक उपकरण और मशीनें
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देश और विदेश से प्रशिक्षित डॉक्टर और सर्जन
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न्यूनतम दाम में अच्छी गुणवत्ता वाली सेवाएं
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मोतियाबिंद की सर्जरी बिना टांके के लेजर विधि से
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आंखों की जटिल से जटिल बीमारियों का इलाज
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हिम केयर, आयुष्मान भारत और सरकारी योजनाओं का लाभ
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लगभग 32 लाख ओपीडी और तीन लाख से अधिक सफल ऑपरेशन