साढे 19 साल शिक्षा विभाग को देने के उपरांत सलोचना देवी सेवानिवृत हुई अंतिम सैलरी 20000 थी अब बुढ़ापे में जीवन यापन के लिए मात्र 450 रुपये ही ताउम्र मिलेंगे, एनपीएस के तहत रिटायर हो रहे कर्मियों की दुर्दशा अब देखी नही जाती
साढे 19 साल शिक्षा विभाग को देने के उपरांत सलोचना देवी सेवानिवृत हुई अंतिम सैलरी 20000 थी अब बुढ़ापे में जीवन यापन के लिए मात्र 450 रुपये ही ताउम्र मिलेंगे । पेंशन बहाली सयुंक्त मोर्चा हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष प्रवीण शर्मा ने कहा कि एनपीएस के तहत रिटायर हो रहे कर्मियों की दुर्दशा अब देखी नही जाती क्योंकि एनएसडी एल कम्पनी देश के रिटायर कर्मियों को सामाजिक सुरक्षा के नाम पर लूट रही हैं । मोर्चा सलोचना देवी जो कि अकेली कमाने वाली थी व इनके पति भी नही हैं एक बेटा है जो दिहाड़ी जब मिलती तो लगाता है बाकि बिल्कुल बेरोजगार है ।
मात्र 450 रुपये में सलोचना देवी अब कैसे अपने परिवार को पालेगी क्या बुढ़ापे में मेहनत मजदूरी करनी होगी ।
कर्मचारी से वर्षों सेवाएं लेने वाले जरा सोचे कि बुढ़ापे में उसे देश में असामाजिक सुरक्षा क्यों प्रदान की जा रही है ।
वर्षों एक चपड़ासी कर्मचारियों के साथ साथ जनप्रतिनिधियों की सेवा करता है परन्तु बुढ़ापे में उसी चपड़ासी कर्मी को बेहाल व समाज मे मजबूर व्यक्ति बना कर छोड़ दिया जाता है ।
मोर्चा सभी एनपीएस कर्मियों से निवेदन करता है कि सलोचना देवी जो कि एक अतिनिर्धन परिवार से हैं सभी एनपीएस कर्मी उनके खाते में 20 -20 रुपये का योगदान दें ताकि इनकी थोड़ी सी तकलीफ कम हो सके ।