अगर आशीष बुटेल जगा देते टांडा अस्पताल के सोए सिस्टम को तो बच सकती थी सविता सूद की कीमती जान, राजनीतिज्ञों के भविष्य के लिए नहीं अच्छे संकेत
*🌹मुख्यमंत्री जी, आंखें खोलो! डॉक्टरों की लापरवाही से ज़िन्दगी और मौत के बीच झूल रही है सविता सूद*
*👉टांडा अस्पताल में पसरा भारी लापरवाही का आलम है*
*🌈आशीष बुटेल और रघुबीर बाली जैसे जनसेवकों ने भी नहीं दिया साथ*
*🙏एक करोड़ पाठकों के स्पर्श की ओर*
🇮🇳RAJESH SURYAVANSHI https://www.indiareportertoday.com/tanda-medical-college/
India Reporter Today में खबर छपते ही Dr. RPGMC & Hospital प्रशासन एकदम हरकत में आया लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। रात बीत चुकी थी। भूखे पेट शूगर हाई हो चुकी थी। बाकी सब body parametres भी हदें लांघ चुके थे।
न रघुबीर बाली ने सुनी, न आशीष बुटेल ने और सबकी लापरवाही की भेंट चढ़ गई 47 वर्षीय बेचारी सविता सूद और पीछे रोता-बिलखता छोड़ गई 8 साल की मासूम बच्ची और पति विपन सूद को।
ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें।