शनि सेवा सदन प्रमुख परविंदर भाटिया ने थामा बेसहारा परिवार का दामन
शनि सेवा सदन के प्रमुख परविंदर भाटिया को आज सुबह एक फोन आया कि झारखंड के एक मजदूर की जिसकी उम्र लगभग 36 साल थी, विवेकानंद हॉस्पिटल में मृत्यु हो गई है तथा उसके दाह संस्कार करने के लिए शनि सेवा सदन की आवश्यकता है ।
यह युवक दिहाड़ी मजदूर था व एक ठेकेदार के पास काम करता था।
परमेंद्र भाटिया जी ने तुरंत इस विषय में उस मजदूर के ठेकेदार से बात की तो पता चला कि यह युवक लगभग 36 -37 साल का है था जिसके तीन बच्चे 6 -8 और 12 वर्ष के हैं ।एक युवा पत्नी को भी वह पीछे छोड़ गया है। यह मजदूर पहले पालमपुर हॉस्पिटल में एडमिट था उसके बाद उसे टांडा रेफर कर दिया गया वहां से इसे वापस पालमपुर भेज दिया गया तो लेकिन तबियत ज्यादा खराब होने पर इसे फिर से विवेकानंद अस्पताल भेजा गया जहां पर कल इसकी मृत्यु हो गयी। यहां यह बात उल्लेखनीय है कि ठेकेदार जी ने इस मजदूर का पूरा ध्यान रखा और पूरा इलाज करवाया तथा मृत्यु के बाद भी इसका सारा खर्च उठाया
शनि सेवा सदन में इसके अंतिम संस्कार के सारे विधि अपनाई तथा इसकी अस्थि विसर्जन के लिए खीर गंगा में भेज दी है।
साथ ही सदन ने अपनी जिम्मेवारी निभाते हुए इस गरीब परिवार को जिसमें पीछे एक युवा महिला और तीन बच्चे रह गए हैं उनको राशन तथा कुछ नगद पैसे देने का आश्वासन दिया है और उस महिला से कहा कि वह शनि सेवा सदन में आकर हर महीने राशन ले जा सकती है तथा इसके बच्चों की पढ़ाई खर्च भी आप शनि सेवा सदन ले सकते हो। यह बच्चे स्कूल में पढ़ना चाहे तो इनका खर्चा भी शनि सेवा सदन उठाएगा तथा इनकी माता को कुछ पेंशन और राशन भी दिया जाया करेगा।
परिवार पर मुसीबत का पहाड़ टूट गया है हम सभी यही प्रार्थना करते हैं कि ईश्वर उनकी हमेशा सहायता करता रहे।
जय श्री कृष्णा
जय शनि देव