शनि सेवा सदन जैसी निःस्वार्थ समाजसेवी संस्थाओं की हौंसला अफज़ाई हेतु पहल करे सरकार, मिशन अगेंस्ट करप्शन के चेयरमैन राजेश सूर्यवंशी ने लगाई गुहार
शनि सेवा सदन जैसी अग्रणी समाजसेवी संस्थाओं के सर्वोत्कृष्ट कार्य को देखते हुए उन्हें उचित सम्मान दिया जाए ताकि उनकी हौंसला अफ़ज़ाई हो और वह और अधिक ऊर्जा से दीन-दुखियों की सेवा कर सकें।
एक तरह से पालमपुर विधानसभा क्षेत्र के तमाम पशु अस्पतालों, पशु औषधालयों, पशु विज्ञान महाविद्यालय के कामकाज का अधिकतर जिम्मा शनि सेवा सदन चीफ श्री परविंदर भाटिया ने संभाल रखा है। जब भी कोई पशु मुसीबत में होता है तो लोगों के मस्तिष्क में मात्र एक ही नाम होता है “परविंदर भाटिया”, जोकि दुर्गम क्षेत्रों में भी तत्काल पहुंच कर पशुओं को राहत देने पहुंच जाते हैं फर्स्ट एड बॉक्स और अपनी टीम को साथ लेकर।
न्याय के देवता, अपने सच्चे भक्तों के रक्षक शनिदेव से प्रेरित होकर पिछले 20 साल में भाटिया जी हज़ारों दर्द से कराह रहे घायल और बीमार पशुओं का इलाज करके उन्हें स्वस्थ कर चुके हैं।
अगर सरकार उन्हें गौसदन चलाने में सहयोग दे तो परविंदर भाटिया आवारा पशुओं की समस्या से समाज को निजात दिला सकते हैं।
डॉ. शिव कुमार पेंशन योजना चलाकर शनि सेवा सदन ने दुःखित मानवता का जो उपकार किया है उसकी मिसाल कहीं और नहीं मिलती। बिना कागज़ी कार्यवाही के झंझट से सैंकड़ों गरीब, लाचार व ज़रूरतमंद लोगों को पिछले 20 साल से पेंशन देने की जो मुहिम भाटिया जी ने शुरू की है वह आज भी अनवरत जारी है।
ज़रूरतमंद बच्चों को पढ़ाई करवाने हेतु हर चीज़ उपलब्ध करवाना, बीमार लोगों का इलाज करवाना, भूखों को रोटी देना, रोटरी आई हॉस्पिटल में डॉ शिव के सुपुत्र और जीएम श्री राघव शर्मा के अतुलनीय सहयोग से आंखों के आपरेशन करवाना, अपंग लोगों को कृत्रिम अंग लगवाकर उन्हें जीने के काबिल बनाना और समाज की मुख्य धारा से जोड़ना, लोगों की हर प्रकार से मदद करने का प्रयास करना, लंगर लगाकर हज़ारों लोगों का पेट भरना, पितृ सेवा में सराहनीय योगदान देना तथा न जाने और कितने ही सेवा के क्षेत्र में है जिनमें शनि सेवा सदन प्रमुख परविंदर भाटिया जी पिछले 20 साल से अपना सहयोग देते चले आ रहे हैं इस महत्वपूर्ण कार्य के लिए।
श्री परविंदर भाटिया जी माननीय धनी सज्जनों का दिल से आभार प्रकट करते हैं जिनकी वजह से सेवा का इतना विशाल कार्य हो रहा है। इस महान यज्ञ में आहुति डालकर सभी दानी सज्जन भगवान शनि की कृपा के पात्र बन रहे हैं तथा खूब पुण्य कमा रहे हैं।
दानी सज्जनों को यह जानकर अत्यंत खुशी होगी कि आने वाले समय में पालमपुर क्षेत्र में न्याय के देवता शनिदेव का एक विशाल भव्य मंदिर बनकर तैयार हो जाएगा जिसके विशाल परिसर में एक विशाल वृद्ध आश्रम भी बनाया जाएगा जिसमें बुजुर्गों के रहन-सहन के लिए बेहतरीन व्यवस्था होगी।
शनि सेवा सदन पालमपुर द्वारा मुफ्त डिस्पेंसरी भी चलाई जा रही है जहां मुफ्त सेवाएं प्रदान की जाती है। ऑक्सीजन गैस सिलेंडर भी उपलब्ध करवाए जाते है।
शनि सेवा सदन प्रमुख श्री परविंदर भाटिया ने कोरोना काल में निस्वार्थ रूप से सबसे आगे रहकर मानवता का जो कार्य किया वह इतिहास बन चुका है। यह वह भयानक समय था जब अपने ही अपनों की लाश को हाथ लगाने से डरते थे। बीमार भी-बंधुओं को मरने के लिए अकेला छोड़ देते थे। ऐसे कठिन समय में परविंदर भाटिया ने बिना डरे बिना अपनी जान की परवाह किए कोरोना से पीड़ित लोगों का इलाज भी करवाया, उन्हें अपने पास भी रखा, मुफ्त लंगर लोगों के घर घर तक पहुंचाया, ज़रूरतमंद लोगों को ऑक्सीजन गैस सिलिंडर देकर उनकी जान बचाई।
जो लोग शरीर छोड़ चुके थे उनका बाइज्जत अंतिम संस्कार भी किया। अस्थियों को हरिद्वार तक गंगा मां में बहाकर आए।
भाटिया जी आज तक न जाने कितनी ही लावारिस और गली-सड़ी लाशन का अपने हाथों से अंतिम संस्कार कर चुके हैं जिस कठिन कार्य को करने में प्रशासन भी असमर्थ था।
ऐसा महान कार्य करने के लिए बहुत बड़ा जिगर चाहिए जो केवल परविंदर भाटिया के पास है ।
भगवान शनि ने उन्हें इतनी अधिक शक्ति प्रदान की है कि वह जो भी कार्य मन में ठान लेते हैं उसे पूरा कर कर ही छोड़ते हैं।
परविंदर भाटिया समस्त मानव जाति को यही संदेश देते हैं कि एक दूसरे का भला करो जितना अधिक हो सके। कोई तुम्हारे साथ बुरा करता है तो उसका भी भला करो। किसी के मुंह का निवाला न छीन कर उल्टा उसका पेट भरो, उसकी मदद करो, यही इंसानियत का सच्चा संदेश है।
भाटिया जी कहते हैं कि मनुष्य को इस दुर्लभ मानुष जन्म में रहकर अधिक से अधिक दूसरों का भला करना चाहिए क्योंकि 84 लाख योनियों के बाद यह छोटा सा जीवन ईश्वर ने हमें दिया है, उसका वास्तविक महत्व समझो और नेक काम करो क्योंकि कर्मों का फल हर हालत में मनुष्य को भुगतना ही पड़ता है चाहे वे कर्म अच्छे हों या बुरे।
परविंदर भाटिया जी कहते हैं कि कभी कोई ऐसा कार्य मत करो कि आपको किसी की बद्दुआ लेनी पड़े क्योंकि वह दुआएं और बददुआएँ कभी खाली नहीं जाती।
अतः हिमाचल प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री, गरीबों के मसीहा ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू से हमारा यह आग्रह रहेगा की शनि सेवा सदन जैसी संस्थाओं का सहयोग करके उन्हें सम्मानित भी करें ताकि मानवता का समग्र भला हो सके। वर्तमान में “मानव सेवा-माधव सेवा” के लक्ष्य की प्राप्ति हेतु देश-विदेश से परम श्रद्धेय, परम पूजनीय दानी महानुभाव दिल खोलकर अपना आर्थिक सहयोग दे रहे हैं ताकि परविंदर भाटिया ने समाजसेवा की जो मशाल जलाई है वह सदा प्रज्ज्वलित होती रहे।
अब कहां तक गुणगान करें परविंदर भाटिया जी के उपकारों का, अब तो कलम भी थक चुकी है और शब्द भी खामोश हो कर रह गए हैं।