SHANTA JI !आपके हाथों से क्यों फिसलता जा रहा है आपका DREAM PROJECT विवेकानन्द अस्पताल ?

परम पूजनीय शांता कुमार जी से भी विनम्र अनुरोध

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SHANTA JI !आपके हाथों से क्यों फिसलता जा रहा है आपका DREAM PROJECT विवेकानन्द अस्पताल ?

INDIA REPORTER TODAY.com
PALAMPUR : RAJESH SURYAVANSHI
शांति स्वरूप शर्मा समाजसेवी निवासी मारंडा ने बहुत दुख व्यक्त करते हुए कहा कि विवेकानंद मेडिकल रिसर्च ट्रस्ट एवं आपके हाथों से क्यों फिसलता जा रहा है। उन्होंने स्वयं का उदाहरण देते हुए कहा कि  जब मेरी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं थी तब भी मैंने अपने निजी खर्चे से बचत करके vmrt को 21 हज़ार रुपया अपनी जेब से व डेढ़ लाख रुपए लोगों से इकट्ठे करके vmrt में जमा करवाये। डेढ़ साल पहले की बात है कि हमारे एक सगे संबंधी उक्त अस्पताल में  उपचाराधीन थे, मैं उनका कुशलक्षेम पूछने गया। भगवान की दया से मैंने कभी कोई दवाई नहीं खाई थी।
इतने में मैंने देखा कि VMRT में एक नोटिस बोर्ड लगा था जिसमें लिखा था कि 900 रुपये में ultrasound सहित शरीर के सभी टेस्ट करवाएं। मैने भी सोचा कि क्यों न 900 रुपये जमा करवा के अपने शरीर के टेस्ट करवा लूं। जब ultrasound करवाने हेतु जब अंदर गया तो वहां मैंने देखा कि जो डॉक्टर अंदर ultrasound कर रहा था वह इतना परिपक्व नहीं था।
उसने ultrasound किया और कहने लगा कि आपको prostrate enlargement की बीमारी है और 3rd स्टेज में पहुंच चुकी है। आज ही पैसे जमा करवाओ और आपरेशन करवा लो नहीं तो समस्या गंभीर हो जाएगी। मैंने ultrasound report संबंधित डॉक्टर को दिखाई तो उन्होंने यही सुझाव दिया कि पैसे जमा करवाओ और अतिशीघ्र ऑपेरशन करवा लो वरना पेशाब बन्द हो जाएगा। मैंने उन्हें कहा कि मुझे कभी ऐसी समस्या नहीं हुई।
मैं भी घबरा गया। वापिस घर में आया तो सभी परेशान हो गए।
अगले ही दिन में आईजीएमसी शिमला चला गया । वहां मेरे एक परिचित थे और urologist विभाग के मुख्य चिकित्सक से मिले, उन्होंने मुझे चेक किया और कहा कि आप को ऐसी समस्या नहीं हो सकती है। सारे टेस्ट करवाये। ultrasound करवाया। रिपोर्ट आने पर 36 percent की report आई थी। डॉक्टर साब ने कहा कि 50-60 की उम्र के बाद ऐसा सब को हो जाता है। पहली स्टेज में है। आपरेशन की कोई ज़रूरत नहीं। उन्होंने कहा कि 3 महीने दवाई खाओ, सब नार्मल हो जाएगा।
बाद में कुछ समय के बाद गैप में दवाई खाना सब ठीक हो जाएगा। आज तक मुझे कोई समस्या नहीं हुई। अगर मैं उस डॉक्टर के झांसे में आ जाता तो उन्होंने मुझसे डेढ़ लाख रुपया लेकर बिना prostrate के ही चीरफाड़ कर देनी थी जिससे मेरा शारीरिक, मानसिक व पारिवारिक नुकसान होना था। उस दिन से मैं समझता हूं कि vmrt में जो डॉक्टर रखे हैं वे अधिकतर परिपक्व नहीं हैं।
अधिकतर को चिकित्सा जानकारी का अभाव है और पालमपुर में जिन डॉक्टर्स के पास कोई नहीं जाता वे उन्होंने वहां रखे हैं जोकि धन के लालच में लोगों को गुमराह करते हैं। प्रदेश सरकार को चाहिए कि जिस ट्रस्ट को 1 रुपया लीज पर वेशकीमती ज़मीन दी हुई थी आज वह अरबों की है और vmrt को ट्रस्ट ने पहले ही प्राइवेट संस्था को दे दिया है तो सरकार इस trust को भंग करके एक सरकारी अस्पताल बनाकर जिन लोगों ने अपने निजि खर्चे से पैसे बचा कर 25 करोड़ रुपया इन विशाल भवनों को बनाने के लिए दिया है उसका सद्दुपयोग हो सकेI
मेरा तो हमारे परम आदरणीय, परम पूजनीय शांता कुमार जी से भी विनम्र अनुरोध है है कि वीएमआरटी आपकी ज़िन्दगी का एक बहुत बड़ा उद्देश्य था और आप जब मुख्यमंत्री थे तो यह कहते थे कि नर सेवा ही नारायण सेवा है और अंत्योदय ही मेरा उद्देश्य है।
इसी की पूर्ति हेतु मैंने इस बहुत बड़े अस्पताल के निर्माण का बीड़ा उठाया हुआ है ताकि गरीब जनता को मिनी पीजीआई जैसी सुविधाएं उचित दरों पर मिल सकें और गरीब व बेसहारा लोगों का मुफ्त इलाज हो सके।
महोदय प्रदेश व केंद्र में सरकार आपकी है। पालमपुर का नाम आपकी वजह से रौशन हुआ है और उसी आधार पर केंद्र व प्रदेश सरकार से बात करके एक बड़े स्तर के अस्पताल का यहां निर्माण करवाया जाए ताकि युगों युगों तक आपने जो सपना देखा था और जिन लोगों ने इस अस्पताल हेतु दान दिया था उनका सपना साकार हो सके।
2 Comments
  1. bk sood says

    यहां पर इंफ्रास्ट्रक्चर तो बहुत अच्छा है परंतु स्पेशलिस्ट डॉक्टरों की कमी होने के कारण यहां पर आने वाले मरीज मानसिक शारीरिक तथा आर्थिक रूप से परेशान होते हैं पता नहीं क्यों यहां पर नर्सिंग कॉलेज और मेडिकल कॉलेज क्यों नहीं बनाया जाता जबकि राज्य और केंद्र दोनों जगह पर बीजेपी की सरकार है

  2. मेरा सभी वुद्धिजीवियों से अनुरोध की प्रदेश एंव केंद्र सरकार तक आवाज़ पहुचाने का कष्ट करे ताकि पालमपुर में एक भव्य अस्पताल सरकारी क्षेत्र का वने ओर गरीब जनता को मुफ्त सेवा मिल सके।

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