“ढोलणा, मैं हुण नहीं बोलणा”

अब कभी नहीं बोलेंगे बॉलीवुड सिंगर नरेन्दर चंचल

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“ढोलणा, मैं हुण नहीं बोलणा”

अब कभी नहीं बोलेंगे बॉलीवुड सिंगर नरेन्दर चंचल

INDIA REPORTER TODAY 
ROHIT GUPTA

सुप्रसिद्ध अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त गायक श्री नरेन्दर चंचल आज दोपहर 12 बजे हम सब को रुआंसा कर पंचतत्व में विलीन हो गए। 80 वर्षीय नरेंदर चंचल पिछले कुछ समय उम्र संबंधी रोगों के कारण कुछ अस्वस्थ चल रहे थे। दिल्ली में उन्होंने अपोलो अस्पताल में अंतिम सांस ले इस नश्वर संसार को सदा-सदा के लिए अलविदा कह दिया। राजकपूर कृत ब्लॉक बस्टर super duper hit बॉलीवुड फिल्म बॉबी में अपने गाये गीत “ढोलना, नीं मैं नईं बोलना” से अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त की थी। यह गीत आज भी लीगों की ज़ुबान पर छाया हुआ है।

अपोलो अस्पताल में निधन हो गया है. ‘चलो बुलावा आया है’ और ‘ओ जंगल के राजा मेरी मैया को लेके आजा’ जैसे लोकप्रिय भजनों को अपनी आवाज देने वाले नरेंद्र की उम्र 80 साल थी. बीते काफी समय से वह बीमार चल रहे थे और उनका हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था. नरेंद्र के निधन पर उनके फैन्स और शुभचिंतकों में शोक का माहौल है. सोशल मीडिया पर देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, दिग्गज गायिका लता मंगेशकर और दलेर मेहंदी समेत तमाम सेलेब्रिटीज ने शोक व्यक्त किया है.

पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में लिखा, “लोकप्रिय भजन गायक नरेंद्र चंचल जी के निधन के समाचार से अत्यंत दुख हुआ है. उन्होंने भजन गायन की दुनिया में अपनी ओजपूर्ण आवाज से विशिष्ट पहचान बनाई. शोक की इस घड़ी में मेरी संवेदनाएं उनके परिजनों और प्रशंसकों के साथ हैं. ओम् शांति.” उधर दिग्गज गायिका लता मंगेशकर ने ट्वीट किया, “मुझे अभी पता चला कि बहुत गुणी गायक, मातारानी के भक्त नरेंद्र चंचल जी का आज स्वर्गवास हुआ. ये सुनके मुझे बहुत दुख हुआ.वो बहुत अच्छे इंसान थे,ईश्वर उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें. मैं उनको विनम्र श्रद्धांजली अर्पण करती हूं.”

पंजाबी पॉप सिंगिंग के बादशाह दलेर मेहंदी ने ट्वीट कर कहा, “दिल को बहुत दुख हुआ कि आइकॉनिक और लोकप्रिय सिंगर नरेंद्र चंचल जी इस दुनिया को छोड़कर विदा हो गए. उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना करता हूं. उनके परिवार और फैन्स को मेरी सांत्वनाएं.”

उन्होंने माता रानी से संबंधित अधिकतर भजन गाये जिस कारण उन्हें भजन गायक भी कहा जाने लगा। उनकी आवाज़ में अजीब सी कशिश थी। उनके भजनों से माहौल भक्तिमय हो जाता था। हिंदी और पंजाबी गानों व भजनों में उन्हें महारत हासिल थी। ऊनकी मधुर वाणी में माता रानी का गुणगान सबसे अलग था। अद्भुत व्यक्तिगत था उनका। भक्तिभाव उनके रोम-रोम में बसता था।
INDIA REPORTER TODAY परिवार चंचल जी की दिवंगत आत्मा की शांति हेतु ईश्वर से प्रार्थना करता है।
उनकी आकस्मिक मौत से सब को भारी क्षति पहुंची है। उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा।

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