माननीय शान्ता कुमार जी से गुहार, बचा लीजिए विवेकानन्द हॉस्पिटल को…सूद सभा पालमपुर एक बार फिर आई मदद के लिए आगे, क्यों नहीं पसीज रहा शांता जी का दिल!…जब सभी बढ़ा रहे मदद के हाथ, तो थोड़ा सा आप भी दीजिये साथ, आप ही तो हैं VMRT के चेयरमैन

शांता कुमार जी से सूद परिवार व आम लोगों को बहुत है अपेक्षाएँ

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*सूद सभा पालमपुर एक बार फिर से मदद के लिए आई आगे !

RAJESH SURYAVANSHI
Editor-in-Chief, HR MEDIA GROUP, 9418130904, 8988539600

सूद सभा पालमपुर ने एक बार फिर से पपरोला बैजनाथ कि एक सूद परिवार जिनका 26 जनवरी को एक्सीडेंट हो गया था तथा उसके पश्चात वह सज्जन बहुत ही दयनीय स्थिति में हैं और उनका इलाज विवेकानंद हॉस्पिटल पालमपुर में चल रहा है।

इस परिवार की सहायता के लिए सूद सभा ने आगे हाथ आगे बढ़ाया है और उन्हें कुछ आर्थिक सहायता प्रदान की है।
इस बात की जानकारी देते हुए सूद सभा पालमपुर के संरक्षक डॉ अनिल सूद पूर्व डायरेक्टर सीएसआइआर आईएचबीटी व अजीत बाघला ने बताया कि यह परिवार अपना अच्छा खासा बिजनेस कर रहा था परंतु 26 जनवरी को एक बाइक सवार ने इन्हें टक्कर मारी और यह कोमा में चले गए, तब से लेकर आज तक इनके इलाज पर लाखों रुपए खर्च हो चुके हैं और कारोबार भी ठप हो गया है। इस तरह की इनकी मजबूरी तथा इमरजेंसी को देखते हुए सूद सभा पालमपुर में इनकी मदद करने का निश्चय किया है जिसकी पहली किस्त इन्हें दे दी गई है ।उन्होंने बताया कि सूद सभा चंडीगढ़ और सार्वदेशिक सूद सभा चंडीगढ़ तथा सूद सभा धर्मशाला द्वारा भी इनकी मदद की जानी अपेक्षित है जिसे शीघ्र ही इन्हें प्रदान कर दिया जाएगा।

सूद सभा पालमपुर ने सूद सभा चंडीगढ़ सार्वदेशिक सूद सभा चंडीगढ़ तथा सूद सभा धर्मशाला का भी धन्यवाद किया है कि उन्होंने उनकी एक कॉल पर इस परिवार की मदद की है।*

 

संपादकीय टिप्पणी :-

जैसाकि सर्वविदित है कि मौके पर जाकर पपरोला के इस पीड़ित सूद परिवार की व्यथा को हमने शांता कुमार जी के सम्मुख प्रमुखता से उठाया था। विवेकानंद हॉस्पिटल में यह हंसता-खेलता, रस्ता-बसता परिवार अपना सर्वस्व लुटा चुका है लेकिन उनके हाथ आज भी खाली हैं। मरीज़ 26 जनवरी से कोमा में है। परिस्थितियां नियंत्रण से बाहर जा चुकी हैं। हर पल आशा और निराशा के खेल में परिवारजन तड़प-तड़प कर जी रहे हैं। सत्य है कि जब नैय्या का खेवनहार ही 6 माह से कोमा में है तो परिवार की क्या आर्थिक और मानसिक स्थिति होगी!

13 जून को यह समाचार छपा था।

चलिए मान लेते हैं कि सब किस्मत का खेल है। भाग्य की विडम्बना है। कर्मों की गति है। लेकिन दुःख इस बात का है कि यह सारा मामला मैने शांता जी के सम्मुख उक्त समाचारों के माध्यम से प्रमुखता से उठाया था और बिल में कुछ रियायत देने की गुहार की थी लेकिन वह न जाने क्यों इस असहाय परिवार की मदद करने के लिए आगे नहीं आए जबकि उन्हें सहयोग करना चाहिए था क्योंकि मिनी पीजीआई के नाम पर दानी सज्जनों और हिमाचल प्रदेश सरकार की मदद गरीबों और ज़रूरतमंद लोगों की सहायतार्थ और सस्ती दरों पर ईलाज करने के वायदे के अन्तर्गत यह अस्पताल बनाया गया था, उसके आप आजीवन चेयरमैन हैं। आपको कुछ दया-दृष्टि रखनी चाहिए थी।
लेकिन दुःख की बात है कि आज विवेकानन्द अस्पताल की उपचार दरें आसमान छू रही हैं। कोई चैरिटेबल वाली बात नहीं। कोई किसी से सहानुभूति नहीं।
हिम केअर और आयुष्मान जैसी हेल्थ योजनाओं की धज्जियां उड़ा कर धन इकट्ठा हो रहा है। हिम केअर जेसी योजनाओं का अनुचित लाभ उठाते हुए ओवर चार्जिंग करने की बातें सामने आ रही हैं।
हिम केअर और आयुष्मान जैसी योजनाएँ मज़ाक बन कर रह गई हैं। सरकार को जनता की सेवा करने के नाम पर कथित रूप से अच्छा-खासा चूना लगाया जा रहा है।
दुःख के साथ मैं यह कह रहा हूँ कि जिस उद्देश्य की पूर्ति के मद्देनजर इस अस्पताल की नींव रखी गई थी वह गौण होता प्रतीत हो रहा है। 
अभी भी समय है कि विवेकानंद अस्पताल की नाव को किनारे लगाने के लिए इसके नाम को बदनाम होने से बचाइए। क्योंकि जनता की निगाह में अस्पताल की स्थिति अच्छी नहीं चल रही है। अस्पताल का ईलाज अत्यन्त महंगा होने के कारण आम आदमी की पहुंच से बहुत दूर जा चुका है।
यह पौधा आपने बड़ी आशा से रोपा है कृपया इसकी ओर ध्यान दीजिए और इसे जनहित में आगे बढाइये।
धन्यवाद।
Dr. Swati Katoch Sood, & Dr. Anubhav Sood, Gems of Dental Radiance
DENTAL RADIANCE
DENTAL RADIANCE HOSPITAL PALAMPUR TOUCHING SKY
DENTAL RADIANCE HOSPITAL, PALAMPUR
Dr. Vivek Sharma, PRINCIPAL
GGDSD COLLEGE RAJPUR, PALAMPUR

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