नगर निगम पालमपुर की लापरवाही का शिकार है एसएसबी चौक बिंद्राबन, शाम ढलते ही ओढ़ लेता है अंधकार की काली चादर, महिलाएं सर्वाधिक परेशान
आज म्युनिसिपल कॉरपोरेशन पालमपुर को अस्तित्व में आए लगभग 9 महीने बीत चुके हैं लेकिन जो नए ग्रामीण क्षेत्र कॉरपोरेशन के साथ मिलाए गए थे उनमें आज भी मूलभूत सुविधाओं का अभाव है।
“ख़ुदा ही मिला न बिसाले सनम
इधर के रहे न उधर के रहे“
नगर निगम के साथ इन क्षेत्रों को जब जोड़ा गया था तो लोगों को बहुत से हसीन सब्ज़ बाग दिखाए गए थे लेकिन सब धरे के धरे प्रतीत होते हैं।
बिंद्रावन क्षेत्र को ही ले लीजिए। सारा क्षेत्र अंधकार में डूबा रहता है।
एसएसबी चौक जहां सवारियों को उतारने और चढ़ाने के लिए बसे रुकती हैं यानी वे उस क्षेत्र का मुख्य बस ठहराव है लेकिन शाम ढलते ही यह प्रमुख चौक घने अंधकार की काली चादर ओढ़ लेेेता है और लोगों का जीवन असुरक्षित हो जाता है।
पालमपुर नगर निगम के पास बेहतरीन विशाल वर्षा शालिका को तोड़कर उस से छोटी वर्षाशालिका का निर्माण करने के लिए तो धन उपलब्ध है लेकिन एक स्ट्रीट लाइट लगाने की हिम्मत नगर निगम के पास नहीं है।
नव निर्मित वर्षाशालिका भी आधी अधूरी पड़ी हुई है, कोई पूछने वाला नहीं जिससे लोगों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
शाम ढलते ही एसएसबी चौक व आसपास के क्षेत्रों में अंधकार का साम्राज्य फैल जाता है, हाथ को हाथ नजर नहीं आता।
अंधकार में चोर लुटेरे और शराबी अपना डेरा जमाए रहते हैं । लाइट का प्रबंध न होने के कारण कोई भी दुखद घटना यहां कभी भी घट सकती है । आने-जाने वाले वाहनों की लाइट से ही कुछ नज़र आ पाता है।
लोगों को नवनिर्मित पालमपुर नगर निगम से बहुत आशाएं थी कि इससे जुड़ कर क्षेत्र का कुछ कायाकल्प होगा तथा मूलभूत सुविधाएं लोगों को मिलेंगी लेकिन बाकी तो छोड़िए स्ट्रीट लाइट तक का प्रबंध करना नगर निगम अपनी जिम्मेदारी नहीं समझता।
यदि यहां कोई अप्रिय घटना घट जाती है तो इसकी पूरी जिम्मेवारी नगर निगम की होगी। उल्लेखनीय है कि रात्रि के समय खासकर जो महिलाएं यहां पर बसों का इंतजार करती हैं यह दुकानों से सामान आदि खरीदने के लिए आती हैं उनके साथ असामाजिक तत्व किसी भी प्रकार का बुरा व्यवहार कर सकते हैं, उनके गहने आदि लूट सकते हैं, महिलाओं को उनकी नकदी से भी हाथ धोना पड़ सकता है लेकिन नगर निगम को इसकी चिंता कहां । लोगों की सारी आशाएं धरी की धरी रह गई है।
ध्यान देने योग्य है कि मात्र अपने कुछ चहेते लोगों को लाभ पहुंचाने के लिए ही कुछ विकास कार्य करवाए जा रहे हैं तथा आम जनता की सुध लेने वाला कोई नहीं है।
लोगों ने नगर निगम से मांग की है कि जल्द एसएसबी चौक में स्ट्रीट लाइट्स का प्रबंध किया जाए अन्यथा लोग आंदोलन करने पर मजबूर हो जाएंगे जिसका खामियाजा नगर निगम को भी भुगतना पड़ सकता है ।
लोगों का मानना है कि अत्यंत हैरानी की बात है कि 9 माह गुजर जाने पर भी नगर निगम को लोगों की परेशानियों की सुध लेने का समय नहीं मिला है।
लोगों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर से अपील की है कि वह इसमें हस्तक्षेप करके लोगों की समस्याओं को सुलझाने की कृपा करें।