शनि सेवा सदन, सेवा ,समर्पण, त्याग तथा तन मन धन से कर रहा जनसेवा

सदन के प्रमुख प्रमेंद्र भाटिया जी को त्याग समर्पण सेवा करने का जुनून सवार ! अपनी सेहत और कोरोना को ताक पर कर रहे हैं जनसेवा!!

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बी के सूद :सीनियर एग्जीक्यूटिव एडिटर

#bksood
शनि सेवा सदन अपनी सेवा समर्पण को अपने सामर्थ्य अनुसार करने की हर संभव कोशिश करता है ।आजकल शनि सेवा सदन में कार्य का दबाव बहुत बढ़ गया है। चाहे वह कोरोना के मरीजों को ऑक्सीजन मुहैया कराने की बात हो दवाईयां देने की बात हो, या फिर कुछ अकेले लोगों को जो पॉजिटव हैं को खाना देने की बात हो ,शव वाहन सेवा की बात हो जहां पर आजकल रिश्तेदार पड़ोसी और दोस्त भी नहीं जा रहे वहां पर अपनी सेवाएं देने की बात हो, या फिर लोगों की खुशी में शामिल होकर गरीब कन्याओं को धाम के लिए सामान देने वाली बात हो या फिर बच्चों को स्कूल की शिक्षा सामग्री किताबें कापियां देने की प्राथमिकता हो, या फिर बेसहारा लाचार जरूरतमंद लोगों को पेंशन देने की बात हो नियमित मासिक राशन लेने वालों की बात हो,ये हमारे नियमित कार्य हैं उन सभी का निर्वहन करने के साथ-साथ जानवरों को भी इस समय विशेष देखभाल की जरूरत हो कोई चोट लग जाए तो कोई देखने वाला नहीं होता उनकी मरहम पट्टी की बात हो या फिर साफ्ताहिक लॉक डाउन में आवारा कुत्तों या अन्य जानवरों को भोजन खिलाने के बात हो, सभी कार्यों में शनि सेवा सदन अपने सामर्थ्य अनुसार कार्य करने की कोशिश कर रहा है


। आजकल शनि सेवक भी कोरोना बीमारी के चलते हुए नहीं आ पा रहे और सेवा में उनके बिना अवश्य ही कुछ कमियां रह जा रही हैं ,सारा भार परविंदर भाटिया जी के कंधे पर आ गया है और यह बंदा है कि पीछे हटने का नाम नहीं लेता ।जहां पर कोरोना के मरीज की मृत्यु हो जाती है वहां से झट से फोन आ जाता है कि हमे शव वाहन की आवश्यकता है। क्योंकि आज इंसानों को चार कंधे नहीं मिल रहे हैं और शव वाहन की जरूरत पड़ रही है। शनि सेवा सदन के पास कोई रेगुलर ड्राइवर नहीं है और इस वाहन की सारी सेवाएं भाटिया जी द्वारा दी जा रही है। लेकिन कुछ जगह पर एक ही समय में दो या तीन फोन आ जाते हैं फिर शव वाहन को दो-तीन जगह ले जाना मुश्किल हो जाता है। जिसके लिए हमें मना करने पर बहुत दुख होता है ।साथ ही साथ माता राजरानी सूद दिव्य दृष्टि योजना के तहत भी लोगों के ऑपरेशन का काम भी हफ्ते में एक आद बार हो जाता है जिसके लिए हॉस्पिटल में जाकर उन लोगों की सहायता करनी पड़ती है ।दिन में कई फोन तो चोटिल जानवरों के लिए आते हैं उनकी देखभाल भी करनी पड़ जाती है और उन्हें बार-बार जाकर मरहम पट्टी भी भाटिया जी कर रहे हैं ।शनि सेवा सदन के सभी सदस्यों की यही प्रार्थना है ईश्वर से कि भाटिया जी को स्वस्थ दीर्घायु दें ताकि सीमित संसाधनों में भी है अपनी सेवाएं देते रहें लोगों के कल्याण और कार्य करते रहें समय बहुत नाजुक है इसलिए आप सभी की दुआओं की जरूरत है तथा आशीर्वाद और सहयोग की जरूरत है।
जैसा कि कहा गया शनि सेवा सदन हरसंभव पप्रयत्न कर रहा है कि सभी की सेवा समय अनुसार और तुरंत की जाए परंतु फिर भी कुछ त्रुटियां रह जाती हैं कुछ लोगों को राशन के लिए कुछ देर खड़ा होना पड़ जाता है कुछ लोगों को पेंशन के लिए इंतजार करना पड़ रहा है शव वाहन का भी कई बार इंतज़ार करना पड़ जा रहा है जिसके लिए हम शनि सेवा सदन के सभी सदस्य कर बध क्षमा मांगते हैं
जय शनि देव

2 Comments
  1. India Reporter Today says

    He is gem of a person working day and night without any break

  2. India Reporter Today says

    इसमें कोई शक नही कि इंसानियत मर चुकी है, अगर आज इंसान एक दूसरे का हाथ पकड़ कर इस महामारी से मुकाबला करता तो शायद तस्वीर कुछ और होती । बुनियादी स्वास्थ्य सेवाओं की जिम्मेदारी सरकार की है बाकी तो इन्सानियत ही चाहिए न…..पीएम, सीएम, सांसद, विधायक,पार्षद सबको गाली दे लीजिए

    लेकिन , यह जो 700- 800 का ऑक्सीमीटर 3000+ में बेच रहे यह हम हैं!

    जो ऑक्सीजन की कालाबाजारी कर रहे यह हम हैं!

    यह जो रेमडेसीविर को 20000+ प्लस में बेच रहे यह हम हैं!

    यह जो श्मशान की लकड़ियों में बेईमानी कर रहे यह हम हैं!

    नारियल पानी हो फल, सब्जी, अंडा, चिकन, में लूट करने से लेकर अस्पतालों में बेड दिलाने तक का झांसा यह सब लोग जिन्होंने लूट मचा रखी है यह हम हैं,

    जिस देश में जिसको जहां मौका मिला तो लूटने में लग गया,
    यहाँ कोई भी व्यक्ति सिर्फ तब तक ही ईमानदार है जबतक उसको चोरी करने का या लूटने का मौका नही मिलता।

    हम कितनें मासूम हैं..

    #जो लॉक डाउन की खबर सुनते ही गुटके की कीमत ₹5 से ₹7 कर देते हैं..🙄

    #जो डॉक्टरों द्वारा विटामिन सी अधिक लेने की कहने पर 50 रुपये प्रति किलो का नींबू 150 रुपये प्रति किलो बेचने लगते हैं..🙄

    #जो 40-50 रुपए का बिकने वाला नारियल पानी ₹100 का बेचने लगते हैं..🙄

    #जो मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी सुनते हैं, तो ऑक्सीजन की कालाबाजारी शुरू कर देते हैं..🙄

    #जो दम तोड़ते मरीजों की दुर्दशा देखते हैं तो रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करनी शुरू कर देते हैं..🙄

    #जो अपना ईमान बेच कर इंजेक्शन में पैरासिटामोल मिलाकर बेचने लगते हैं..🙄

    #जो डेड बॉडी लाने के नाम पर पानीपत से फरीदाबाद तक के ₹36000 मांगने लगते हैं..🙄😢😢🙏

    #जो मरीज को दिल्ली गाजियाबाद मेरठ नोएडा स्थित किसी हॉस्पिटल में पहुंचाने की बात करते हैं तो एंबुलेंस का किराया 10 से 15 हजार किराया मांगने लगते हैं..🙄

    क्या वास्तव में हम बहुत मासूम हैं.. या लाशों का मांस नोचने वाले गिद्ध…
    गिद्ध तो मरने के बाद अपना पेट भरने के लिए लाशों को नोचता है पर हम तो अपनी तिजोरियां भरने के लिए जिंदा इंसानों को ही नोच रहे हैं, कहाँ लेकर जाएंगे ऐसी दौलत या फिर किसके लिए ?..😢

    कभी सोचा है आपने?? एक बार सोचना जरूर..🤔

    एक दिन हिसाब सबको देना पड़ेगा, जनता की अदालत में नहीं तो ईश्वर की अदालत में…😢🙏🙏🙏
    .
    हिंदुस्तान को आज कोरोना नहीं मार रहा
    .
    इंसान इंसान को मार रहा है
    🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏

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