फ़ज़ीहत : Mister सुरेश कश्यप, अगर पेंशन कर्मचारियों का हक नही तो फिर अपनी फ़ौज की पेंशन छोड़ें, 1 लाख 30 हज़ार NPS कर्मी हुये ख़िलाफ़, बजा देंगे सरकार की ईंट से ईंट
पेंशन बहाली सयुंक्त मोर्चा ,न्यू मूवमेंट फार ओल्डपेंशन स्कीम संघ हिमाचल प्रदेश ने माननीय सुरेश कश्यप जी के बयान पर कड़ा संज्ञान लेते हुए कहा कि अगर पेंशन कर्मचारियों का हक नही तो फिर सांसद कश्यप जी अपनी फ़ौज की पेंशन छोड़ें , विधायक की पेंशन व सांसद पद से रिटायर होने पर मिलने वाली पेंशन भी छोड़ें ।
पदधिकारी श्री अनूप वालिया व मोर्चा अध्यक्ष प्रवीन शर्मा ने कहा कि मोर्चा समानता का अधिकार मांग रहा है । हिमाचल प्रदेश में एक लाख तीस हजार कर्मी एनपीएस प्रथा के खिलाफ हैं ।परन्तु सांसद जी के बयान से आहत हुए हैं कि कर्मचारियों की पेंशन बहाल नही हो सकती है । जबकि खुद भारतीय सेना की तरफ से पेंशन ले रहे है और जब विधायक रहे उसकी भी लाखों में पेंशन ले रहे हैं । जबकि कर्मचारियों की पेंशन की बात को नाजायज मान रहे हैं जो कि इस देश के संविधान का घोर निरादर है । कहा कि अगर 31 जनबरी तक पेंशन मुद्दे पर स्तिथि साफ नही हुई तो पहली फरवरी से पूरे देश व प्रदेश के एनपीएस कर्मी रोज काले बिल्ले लगाकर अपनी सेवाएं देंगे । सरकार व कानून पर बहुत बड़ा प्रश्न चिन्ह है कि उन्हें रिटायर एनपीएस कर्मियों कि चिंता नही है । 2009 की अधिसूचना पर भी सरकार स्तिथि साफ नही कर पाई है । पहली फरवरी से काले बिल्ले लगाकर कार्य होगा और बात नही बनी तो 31 मार्च के बाद पूरे प्रदेश में आमरण अनशन शुरू होगा । इस अवसर पर