इस बार हिमाचल में आएगी कांग्रेस सरकार, उपचुनावों में मोदी की ताबड़तोड़ रैली भी भाजपा को बचा नहीं सकी, सब सीटों पर हुआ कांग्रेस का कब्जा
भारतीय मानव कल्याण महासमिति (कांग्रेस) के प्रदेशाध्यक्ष, डिस्ट्रिक्ट कांग्रेस कमेटी (DCC) ज़िला कांगड़ा के वाईस प्रेजिडेंट, नेशनल राजीव गांधी ब्रिगेड (कांग्रेस) के राष्ट्रीय महासचिव, विश्व ब्राह्मण महापरिषद के State Organisor, INTUC (Cong) के राज्य सचिव एवं समाजसेवी सुरेश अवस्थी निवासी गांव भदरोल, सुलाह ने कहा कि मतदाताओं ने भाजपा का सूपड़ा साफ करके बता दिया है कि वह प्रदेश सरकार की नीतियों से खुश नहीं है।
महंगाई की जबरदस्त मार ने प्रदेश की भाजपा सरकार की चूलें हिला कर रख दी हैं जिसका परिणाम भाजपा चारों सीटें बुरी तरह हार कर भुगत चुकी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र भाई मोदी की मंडी में ताबड़तोड़ रैली के बावज़ूद भाजपा के हाथ सिवाय निराशा के औऱ कुछ नहीं लगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस नेताओं की एकजुटता और भाजपा द्वारा बढ़ाई गई महंगाई की मार का साफ असर मतदाताओं पर दिख रहा है। जनता ने उपचुनावों के ज़रिए कांग्रेस को आगामी सत्ता सौंपने का स्पष्ट संकेत दे दिया है।
अवस्थी ने कहा कि केंद्र सरकार ने महंगाई को पूरी तरह से बेलगाम छोड़ दिया है। जनता चाहे भूखी मर जाये, मोदी सरकार को इससे कोई सरोकार नहीं है।
जनता जितना अधिक महंगाई का रोना रो रही है, सरकार उतनी ही तेज़ी और बेरहमी से अपने आकाओं को लाभ पहुंचाने की खातिर महंगाई को दिन-रात बढ़ाती जा रही है, बिना गरीबों के दर्द को समझे।
उन्होंने कहा कि सरकार को दूरदर्शिता बरतनी अत्यंत आवश्यक है। सर्वविदित है कि पेट्रोल और डीज़ल की महंगाई से देश में बिना बढ़ाए ही हर चीज़ की कीमतें आसमान छूने लगती हैं। लोगों का बजट चरमरा जाता है। इसलिए पेट्रोल-डीजल की कीमतीं पर कांग्रेस सरकार नियंत्रित रखती थी सब्सिडी देकर, ताकि आम जनता पर अधिक बोझ न पड़े और जनजीवन सामान्य रूप से चलता रहे। इस तरह कांग्रेस हर वर्ग का पूरा ध्यान रखती है। भाजपा की तरह लोगों को उनके रहमो-कर्म पर नहीं छोड़ती।
अवस्थी ने कहा कि महंगाई की मार ने लोगों का जीना दूभर कर दिया है। मोदी सरकार ने महंगाई का इस बार वोह इतिहास रचा है जो न किसी ने आज़ाद भारत में पहले कभी रचा और न ही भविष्य में रच पायेगा।
सुरेश अवस्थी ने स्पष्ट किया कि जब भाजपा को कांग्रेस से सत्ता प्राप्त हुई थी उस समय पेट्रोल 62 रुपये प्रति लीटर था जोकि सरकार की जनविरोधी नीतियों के कारण थोड़े से समय में ही 122 रुपये प्रति लीटर (गंगानगर) तक पहुंच गया है। कांग्रेस के समय जब कच्चा तेल 135 रुपये प्रति बैरल खरीदा जा रहा था तब भी कांग्रेस ने तेल पर सब्सिडी देकर उसे आधे मूल्य पर बेच कर नियंत्रित रखा था जिससे जनता खुश थी और देश प्रगति कर रहा था। मोदी सरकार की खामियों का खामियाजा हिमाचल की भाजपा सरकार को बुरी तरह भुगतना पड़ रहा है और भाजपा अपनी अंतिम सांसें गईं रही है।
सुरेश अवस्थी ने कहा कि बढ़ती हुई बेरोज़गारी हिमाचल में भाजपा को मिली करारी हार का दूसरा बड़ा कारण बनी है।
युवाओं के हाथ खाली है। वे बेरोज़गारी की भयंकर मार झेल रहे हैं। सरकार इस मामले में देश और प्रदेश दोनों में खामोश है।
बेरोज़गार आत्महत्याएं करने को मजबूर हैं और सरकार और उसके नुमाइंदे कानों में रुई ठूंसे धन एकत्रित करने और आत्मविकास करने में व्यस्त है।
आने वाले चुनावों में मतदाता भाजपा को जड़ से उखाड़ फैंकेंगे और हिमाचल सहित पूरे देश में श्रीमती सोनिया गांधी व श्री राहुल गांधी के प्रगतिशील नेतृत्व में कांग्रेस का परचम फिर से लहराएगा और जनता राहत की सांस लेगी।
अवस्थी ने कहा कि भाजपा की शर्मनाक हार बयान कर रही है कि अब जनता का उन पर से भरोसा पूरी तरह उठ गया है तथा लोगों ने सेमी फाइनल में ही भाजपा को आउट करके बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
उन्होनें कहा कि जनता ने कांग्रेस को दीवाली के उपलक्ष्य पर बेहतरीन गिफ़्ट से नवाजा है जिसके लिए वह लोगों के तयदिल से शुक्रगुजार हैं।